श्रृषि कपूर का ट्वीट वार – कहां बदलो गांधी परिवार के नाम पर रखे गये नाम , बोले बाप का माल समझ रखा है !

May

झाबुआ Live डेस्क के लिऐ मुकेश परमार की EXCLUSIVE रिपोर्ट ।Screenshot_2016-05-18-15-17-33-1
अभिनेता ऋषि कपूर मंगलवार को गांधी परिवार पर खूब बरसे। उन्‍होंने देश में योजनाओं, सड़कों और अन्‍य जगहों के नाम गांधी परिवार पर रखे जाने के मुद्दे पर गांधी परिवार को आड़े हाथों लिया।

अभिनेता ऋषि कपूर गांधी परिवार पर खूब बरसे। उन्‍होंने देश में योजनाओं, सड़कों और अन्‍य जगहों के नाम गांधी परिवार पर रखे जाने के मुद्दे पर गांधी परिवार को आड़े हाथों लिया।

अभिनेता ऋषि कपूर मंगलवार को गांधी परिवार पर खूब बरसे। उन्‍होंने देश में योजनाओं, सड़कों और अन्‍य जगहों के नाम गांधी परिवार पर रखे जाने के मुद्दे पर गांधी परिवार को आड़े हाथों लिया। टि्वटर पर उन्‍होंने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का नाम लेते हुए लिखा, ”कांग्रेस द्वारा सं‍पत्तियों पर रखे गए गांधी परिवार के नामों को बदलो। बांद्रा/वर्ली सी लिंक को लता मंगेशकर या जेआरडी टाटा लिंक रोड करो। बाप का माल समझ रखा था?”
ऋषि कपूर यहीं नहीं रुके, उन्‍होंने इसी मुद्दे पर छह और ट्वीट किए। उन्‍होंने राजीव गांधी के नाम पर जगहों और संपत्तियों के नाम रखे जाने पर सवाल उठाया। ऋषि कपूर ने पूछा, ”यदि दिल्‍ली में रोड का नाम बदला जा सकता है तो कांग्रेस की संपत्तियों के नाम क्‍यों नहीं? मैं चंडीगढ़ में था वहां भी राजीव गांधी का नाम? सोचो? क्‍यों?”
आगे लिखा, ”हमे देश की महत्‍वपूर्ण संपत्तियों का नाम समाज में योगदान देने वालों के नाम पर रखना चाहिए। हर चीज गांधी के नाम? मैं इससे सहमत नहीं। सोचना लोग।” फिर लिखा, ”फिल्‍म सिटी दिलीप कुमार, देव आनंद, अशोक कुमार या अमिताभ बच्‍चन के नाम? राजीव गांधी उद्योग क्‍या होता है? सोचो दोस्‍तों।”
ऋषि कपूर ने आगे लिखा, ” सोचिए मोहम्‍मद रफी, मुकेश, मन्‍ना डे, किशोर कुमार पर जगहों के नाम देश में रखे जाएं। केवल सुझाव है। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट क्‍यों? महात्‍मा गांधी या भगत सिंह, अंबेडकर या मेरे नाम ऋषि कपूर से क्‍यों नहीं। क्‍या कहते हैं।” अंत में उन्‍होंने लिखा, ”राज कपूर ने कई सालों तक देश का मान बढ़ाया, यहां तक कि मौत के बाद भी। निश्चित तौर पर जितना राजनेता सोचते हैं उससे कहीं ज्‍यादा।” ऋषि कपूर के सात ट्वीट को 12 घंटे में कुल मिलाकर करीब 7500 बार रीट्वीट किया जा चुका है। उनके रुख को अनुपम खेर का भी समर्थन मिला है। अनुपम का कहना है कि वह बहुत खुश हैं कि ऋषि कपूर ने यह मुद्दा उठाया है।