रज़िया खुमुसी का दुबई में कविता लेखन पर इण्डियन कांसुलेट द्वारा प्रथम पुरस्कार से सम्मान

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जितेन्द्र वाणी, नानपुर

आलीराजपुर(मध्यप्रदेश) इण्डिया मे जन्मी पली प्रतिष्ठित व्यवसायी शेख असगरभाई मर्चेंट की सुपुत्री  रज़िया मर्चेंट ने अपनी सम्पूर्ण शिक्षा आलीराजपुर से की शासकीय स्नाकोत्तर महाविद्यालय आलीराजपुर से हिन्दी साहित्य, और अर्थशास्त्र मे एम.ए. कर व्याख्याता के पद पर देवास मे-1991 मे पदस्थ हुई,पश्चात आलीराजपुर के शासकीय बालक आदर्श विद्यालय मे सेवाए दी।परन्तु 1993 मे दुबई (यू .ए .ई) के हार्डवेयर व्यवसायी सैफुद्दीन खुमुशी से विवाह के बाद अपनी शासकीय सेवा से त्यागपत्र दे कर यू.ए.ई चली गई । वहाँ अपनी हिन्दी साहित्य की शिक्षा के कारण गल्फ इण्डियन हाई स्कुल मे विवाह के चन्द माह बाद ही हिन्दी विभाग मे अपनी शिक्षा सेवा देने लगी। अपनी लगन मेहनत से 1996 -से आज तक तरक्की करते हुए गल्फ मे हिन्दी विभाग के प्रमुख के पद पर पहुंच गई । गत-15,अगस्त(जश्ने-आज़ादी) पर दुबई यू.ए.ई. मे राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कविता लेखन मे रजिया खुमुशी ने “आत्मनिर्भर-भारत’ रचना लेखन पर प्रथम स्थान प्राप्त कर परिवार के साथ समस्त देशवासियों को गौरान्वित किया। अपनी सफलता का श्रेयरज़िया अपने गुरुजन,मम्मी-पापा,मित्रों एवं अपने शोहर सैफुद्दीन खुमुशी के समय-समय पर दिये गये उत्साहवर्धन को देती है। रजिया कि इस उल्लेखनीय सफलता पर सभी परिजनों,गुरुजनों सहित साथी मित्र-सुनीता माहेश्वरी,शफ़कत दाऊदी(पत्रकार),गायत्री शर्मा, अजय राय,संगीता भंवर,समीना,फरजाना,अरुणा श्रीवास्तव, फरिदा, अनिता राठोर, विजय कुलकर्णी, माया,सीमा,शैलु राठोड़, मुकेश सारडा,संगीता सोनी, रुपा शर्मा,राधेश्याम वर्मा(जैलर),आदि ने मुबारकबाद देते हुए इण्डियन कांसुलेट का आभार व्यक्त किया।