मप्र भाजपा के आव्हान पर सर्व हिंदू समाज ने निकाली नागरिकता संशोधन बिल के समर्थन में विशाल रैली, कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर राज्यपाल के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
पियुष चन्देल, अलीराजपुर
देश की आजादी के बाद पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं अफगानिस्तान में करोड़ो की संख्या में हिंदू, सिक्ख, जैन, बौद्ध और पारसी समाज के लोग निवासरत थे, जिन्हें तब के राजनेताओं द्वारा यह विश्वास दिलाया गया था, की वे जहां रह रहे है, वहां वे सुरक्षित है, लेकिन आजादी के बाद तीनो देशो ने अपने आप को इस्लामिक राष्ट्र घोषित कर दिया जिसके बाद वहां रहने वाले इन सभी धर्म एवं समाज के लोगों से अत्याचार करते हुए उन्हें या तो मुस्लिम बना दिया गया या फिर उनकी हत्या कर दी गई। हालत यह हो गई की 10 से 12 वर्ष की बच्ची हो जाने पर उसका अपहरण कर जबरन धर्म परिवर्तन करवाया गया, जिसके चलते पाकिस्तान में जहां आजादी के पूर्व 34 प्रतिशत हिंदू समाज निवास करता था, वह अब मात्र 1.6 प्रतिशत की स्थिति में रह गया है। यही स्थिति बांग्लादेश और अफगानिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदाय की हो गई है। ऐसे में लाखो की संख्या में शरणार्थी बनकर भारत में रह रहे हिंदू, सिक्ख, बौद्ध, जैन व अन्य अल्पसंख्यक समाज के लोगों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में नागरिकता संशोधन बील पारित किया है, जिसके चलते अब ये शरणार्थी भी भारत के आम नागरिकों की तरह अपना जीवन यापन कर पाएंगे। लेकिन मप्र की कांग्रेस सरकार सहित देशभर कांग्रेस, सपा, बसपा, टीएमसी, माकपा जैसे राजनीतिक दल इस बील का विरोध कर अपना हिंदू विरोधी होने का परिचय दे रहे है, जिनका हम सब पुरजोर विरोध करते है। यह बात भाजपा प्रदेश प्रवक्ता नागरसिंह चौहान ने मप्र भाजपा के आव्हान पर नागरिकता संशोधन बिल के समर्थन में सर्व हिंदू समाज द्वारा निकाली गई रैली को संबोधित करते हुए कलेक्टर कार्यालय परिसर में कहीं। रैली को संबोधित करते हुए भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष किशोर शाह ने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल उन देश के हिंदूओ एवं अन्य समाज के प्रताड़ित नागरिकों के लिए है, जो अपनी रोजी रोटी एवं संपत्ति को छोड़कर भारत में शरण लेकर रह रहे है, या भारत में आने की बाट जो रहे है। इस बिल को लेकर कांग्रेस द्वारा जिस प्रकार से विलाप किया जा रहा है, एवं प्रदेश सरकार द्वारा यह कहा जा रहा है, की बिल को मध्यप्रदेश में लागू नहीं होने देंगे, इससे यह साबित होता है, की कांग्रेस सहित अन्य विपक्ष दल जो बिल का विरोध कर रहे है, वे हिंदू समाज का भी विरोध कर रहे है, क्योंकि जन भावना प्रताड़ित शरणार्थियों के पक्ष में है।
राष्ट्र धर्म के लिए इस देश का हिंदू एकजूट है
राम नवमी उत्सव समिति अध्यक्ष हितेन्द्र शर्मा ने कहा कि राष्ट्र धर्म के लिए समस्त हिंदू समाज को एकजूट होकर इस बिल का समर्थन करना होगा, आने वाले समय में समान नागरिक संहिता एवं जनसंख्या नियंत्रण कानून भी पारित होने वाला है, जो की समस्त देश के हित में है। शर्मा ने कहा कि इस प्रकार के बिल का विरोध करने वाले दूषित मानसिकता के शिकार है, एवं कुछ लोग राजनीतिक रोटिया सेकने का काम कर रहे है।
वैश्य संगठन के जिलाध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा कि अब संपूर्ण हिंदू समाज जाग चूका है, और नरेन्द्र मोदी की सरकार के साथ इस बिक के समर्थन में है। जब जब देश में राष्ट्रहित की बात आएगी देश का हिंदू समाज उसका पुरा समर्थन करेगा।
ब्राह्मण समाज के संरक्षक अशोक ओझा ने कहा कि यह बिल घुसपेठियो को देश से बाहर करने वाला है। इस देश के नागरिको को इस बिल से कोई खतरा नहीं है। इसलिए समझदारी पूर्वक काम लेते हुए इस बिल का सभी धर्मो द्वारा समर्थन करना चाहिए।
एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
मंगलवार को मप्र भाजपा के आव्हान पर दोपहर 1:00 बजे बस स्टैंड से सर्व हिंदू समाज द्वारा एक विशाल रैली का आयोजन किया। उक्त रैली एमजी रोड़, नीम चौक, पोस्ट आफिस, झंडा चौक, रामदेव मंदिर चौराहा, पेट्रोल पंप, दाहोद नाका होते हुए कलेक्टर कार्यालय पर पहुंची। रैली में शामिल लोग हाथो में सीएबी के समर्थन वाले बैनर और पोस्टर लेकर चल रहे थे। रैली का समापन कलेक्टर कार्यालय पर हुआ। जहां पर राज्यपाल के नाम एसडीएम संजीव पांडे को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन का वाचन करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष वकीलसिंह ठकराला ने किया।
ये थे उपस्थित
रैली में ब्राम्हण समाज, माहेश्वरी समाज, हरसोला समाज, सेन समाज, जैन समाज, आदिवासी समाज, प्रजापति समाज, माली समाज, पोरवाड़ समाज, वाणी समाज, असाड़ा राजपूत समाज, राठौड़ समाज, सोनी समाज, हरिजन समाज, कहार समाज, लोहार समाज, धोबी समाज, परिहार समाज, देसाई समाज, कलाल समाज सहित समस्त हिंदू समाज के प्रतिनिधि शामिल थे। वहीं महिला मंडल की और से जेना गहडवाल, अनीता भवर एवं लता मंडलोई भी उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन हितेन्द्र शर्मा ने किया व आभार गिरिराज मोदी ने माना।
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