बोहरा समाज के मोहर्रम पर्व वाअज में शामिल हुए प्रधानमंत्री  मोदी ने कहा-बोहरा समाज ने मेरा कदम-कदम पर साथ दिया 

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रितेश गुप्ता, थांदला

बोहरा समाज के 53वें धर्मगुरु दाई सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन से मिलने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को इंदौर पहुंचे। वे पहले प्रधानमंत्री है, जो मोहर्रम के दौरान हो वाली सैयदना साहब की विशेष वाअज में शामिल हुए। पहली बार सैफी मस्जिद से भाषण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अमन और इंसाफ के लिए इमाम साहब शहीद हुए। सभी समाज उनकी शिक्षा पर चले। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संक्षप्ति प्रवास पर शुक्रवार को इंदौर पहुंचे। इंदौर के देवी अहिल्या विमानतल पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान व भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष राकेशसिंह ने उनकी आगवानी की।

प्रधानमंत्री दिल्ली से अपने विशेष विमान से इंदौर पहुंचे व  एयरपोर्ट से सीधे बोहरा समाज के आशुरा मोहर्रम वाअज में शिरकत करने के लिएसैफी मस्जिद पहुंचे। जहां पर वाहन से उतरने पर प्रधानमंत्री का स्वागत शहजादा काइज जोहर भाईसाहब, शहजादा हुसैन भाईसाहब बुरहानुद्दीन व शेख अब्देअली कोठारी ने इस्तकबाल कर मस्जिद तक लाए। मस्जिद में पधारने पर प्र्रधानमंत्री का इस्तकबाल करने खुद बोहरा समाज के 53वें धर्मगुरु दाई सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन साहब (त.उ.स.) ने किया। इस्तकबाल के दौरान प्रधानमंत्री को सैयदना साहब ने गले लगाया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री के साथ प्रदेश के लाड़ले मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भी उपस्थित थे।

इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि मैं बोहरा 53वें धर्मगुरु दाई सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन साहब का शुक्रगुजार हूं कि आशुरा मुबारक पर आपने मुझे यहां आने का न्योता दिया। क्योंकि इस आशुरा के वाअज में देश व दुनियाभर से लाखों लोगों आकर हजरत इमाम हुसैन (र.अ.) को अपने दिल में उतारा है। अमन व इंसाफ के लिए इमाम हुसैन शहीद हुए, जो आज भी दुनियाभर के लोग उन्हें याद करते हैं। उन्होंने कहा कि सैयदना साहब व बोहरा समाज का हर व्यक्ति इमाम हुसैन से जुड़ा हुआ है। साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे खुशी है कि बोहरा समाज पूरे विश्व को भारत की ताकत से सरोबार करवा रहा है। मुझे विश्वभर में हर स्थान पर बोहरा समाज के अनुयायी मिल ही जाते हैं तथा बोहरा समाज के धर्मगुरु सैयदना साहब अपने अनुयायियों को वफादारी, ईमानदारी से कारोबार, देश की वफादारी व कानून का पालन करने की हमेशा हिदायत देते हैं, जिसका बोहरा समाज पूरे कर्तव्य के साथ पालन करता है तथा पर्यावरण में भी बोहरा समाज का सराहनीय योगदान रहा है। साथ ही आपने महात्मा गांधी को याद करते हुए बताया कि आपके दादाजी बोहरा समाज के 51वें धर्मगुरु सैयदना साहब सैफुद्दीन ने भी देश की तरक्की में अपना योगदान दिया था, क्योंकि सैयदना साहब सैफुद्दीन साहब की मुलाकात हुई थी उसके बाद से ही सैयदना साहब व महात्मा गांधी संपर्क में रहते थे। गांधीजी दांडी यात्रा के दौरान महात्मा गांधी खुद मुंबई स्थित सैफी विला में रुके थे। बोहरा समाज के साथ मेरा रिश्ता बहुत पुराना है, और मैं इस समाज के साथ अपनापन महसूस करता हूं। सैयदना साहब व उनके घर के व उनके समाज के लिए आज भी हर समय मेरे घर के दरवाजे खुले हैं। बोहरा समाज के धर्मगुरु सैयदना साहब ने मेरे जन्मदिन पर इस पाक जगह से सबसे पहले मुझे राष्ट्रशक्ति प्रदान करने के लिए जो मेरे जन्मदिन पर शुभकामनाएं दी है व मेरे लिए सौभाग्य की बात है, जिसके लिए मैं दिल से आपका आभारी व ऋणी हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश भर में चलाए जा रहे पोषण माह में बोहरा समाज का सराहनीय सहयोग है जिससे देश सक्षम बन रहा है। वहीं सैयदना साहब द्वारा चलाई जा रही योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि तेजुलम्वाइद बुरहानिया (रेहमत की थाली) से आपने सुनिश्चित किया है कि कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोएगा, यही नहीं समाज उत्थान के लिए आपने अनेकों योजनाओं को आलमीजामा पहनाकर समाज के साथ-साथ देश की उन्नति में सराहनीय योगदान दिया है। वहीं देशवासियों को जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा देशभर में स्वास्थ्य योजनाओं को लेकर कहीं दवाइयों की कीमतों को कम किया गया है। साथ ही 25 सितंबर को दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर प्रत्येक घर के व्यक्ति को पांच लाख तक का इलाज नि:शुल्क किया जाएगा जिससे स्वास्थ्य के स्तर में सुधार आएगा व हर व्यक्ति को स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिल पाएगा तथा अभी तक देशभर में एक करोड़ से अधिक व्यक्ति को खुद के मकान के लिए घर की चाबी मिल चुकी है। वहीं 2022 तक हर व्यक्ति का पक्का घर सुनिश्चित कर दिया जाएगा। वहीं सैयदना साहब द्वारा शिक्षा पर जोर देकर समाज में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए आभार माना और स्वच्छ व स्वस्थ भारत में समाज के हर व्यक्ति का लाभ देने की बात कही। वहीं इंदौर की स्वच्छता अभियान में देश में नंबर वन होने पर तारीफ करते हुए कहा कि इंदौरवासियों, जनप्रतिनिधियों व मुख्यमंत्री का आभारी हूं जो स्वच्छता के प्रति जागरुक है। उन्होंने कहा कि भारत वर्ष में सवा सौ करोड़ लोग स्वच्छता के प्रति जागरुक होकर इस मिशन को सफल बनाने में जुटे हैं जिनका मैं दिल से आभारी हूं। वहीं बोहरा समाज के 52वें धर्मगुरु सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन को याद करते हुए कहा कि मुझे याद है कि सैयदना साहब ने अपने 100वें जन्मदिन पर केक अनोखे तरीके से चीडिय़ा को बचाने के लिए एक अभियान चलाया था जिसमें हिंदुस्तान में चीडिय़ा के दाना-पानी का बंदोबस्त किया था जो पर्यावरण के लिए अहम था। वहीं प्रधानमंत्री ने सैयदना साहब का आभारी मानते हुए कहा कि आपका समाज सच्चाई के साथ व्यापार व दिल से साफ हर व्यक्ति से प्रेम रखता है, जिसके लिए मैं आपका व समाजजन का दिल से आभारी हूं। क्योंकि यहां आपका पैगाम पूरी दुनिया में समाज की एक अलग ही पहचान बना रखी है। वहीं सैयदना साहब व उनके परिजनों का आभार व्यक्त किया। इसके बाद सैयदना साहब ने प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री चौहान को तस्बीह (मोती की माला) व शॉल ओढ़ाकर आभार व्यक्त किया।

बोहरा समाज अनुशासित समाज : शिवराजसिंह चौहान

शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि बोहरा समाज अनुशासित समाज है। उन्होंने समाज की तरफ करते हुए कहा कि समाज देश के प्रति वफादार है और समाज में सैयदना द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजना के बारे में कहा कि हर घर टिफिन पहुंचाना व समाज के लोगों के उत्थान के लिए बच्चों की तालिम देना, हर व्यक्ति को घर दिलवाना ऐसी कई योजना अपने स्तर पर चलाकर वे समाज व देश के उत्थान में लगे हुए हैं। वहीं पर्यावरण के प्रति समाजजनों का प्रेम मैंने नर्मदा यात्रा के दौरान देखा था, जहां पर बोहरा समाज के अनुयायियों द्वारा लाखों पौधे लगाए गए थे। समाज ने ब्याज को हराम मानकर ब्याज का लेन-देन नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि मप्र की खुशकिस्मती है कि बोहरा समाज के 53वें धर्मगुरु दाई सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन साहब ने इंदौर को वाअज के लिए चुना है। इंदौर वाअज के लिए मैंने भी सैयदना साहब से विनति की थी इसे कबूल कर वे यहां पधारे, ऐसे समाज के धर्मगुरु व उनके अनुयायियों को मैं दोनों हाथ जोडक़र प्रणाम करता हूं।

 प्रधानमंत्री मोदी को सैयदना साहब ने दी दुआ आपको हिफाजत, सेहतमंद व लंबी उम्र दे जिससे आप देश हित में काम करते रहे

सैयदना साहब ने वाअज के दौरान फरमाया कि आज मोहर्रम की चौथी तारीख है 1440 वर्ष पहले जो इमाम हुसैन र.अ. व उनके अहले बैत पर जो मुसीबते आई थी जहां कर्बला में इमाम हुसैन को तीन दिन भूखा-प्यास रख व मोहर्रम की दसवी तारीख यानी आशुरा को उन्हे सजदे की हालत में शहीद किया गया। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाअज में के दौरान अपनी भाषा में वेलकम करते हुए कहा कि आलन वा साहलन   (वेलकम) कहा व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान अभी हमारे मेहमान भी हैं व मेजबान भी है। वाअज के दौरान प्रतिदिन करीब दो लाख लोगों का इंदौर शहर में आना-जाना लगा हैं जिसके लिए प्रशासन, जनप्रतिनिधियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। साथ ही कहा कि हर मजहब में मोहब्बत करना सिखाया है, क्योंकि इन दिनों हर समाज में धार्मिक पर्व चल रहे हैं, जिसके बाद भी हर समाज का हमें माकूल सहयोग मिल रहा है। साथ ही सैयदना साहब ने वाअज ने फरमाया कि हमारे देश हिंदुस्तान में  भाईचारा व सुकून है। हुबुल मेनलवतन पर बयान करते हुए कहा कि हमेशा इंसान को वतन का वफादार रहना चाहिए। साथ ही हर व्यक्ति से मिल-जुल कर रहना चाहिए, किसी को किसी का भी बुरा नहीं करना चाहिए। जैसे हर व्यक्ति अपना घर, अपना मोहल्ला, अपना शहर साफ-सुथरा रखता है वैसे ही अपने दिलों को साफ रखना चाहिए जिससे आपस में भाईचारा बढ़ेगा, और हर व्यक्ति के साथ-साथ देश की तरक्की होगी। साथ ही 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिन की बधाई देते हुए सैयदना साहब ने कहा कि खुदा आपको हिफाजत, सेहतमंद व लंबी उम्र दे जिससे आप देश हित में काम करते रहो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बोहरा समाज के 52वें धर्मगुरु (हमारे पिताजी) सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन से भी गहरी मोहब्बत थी इसलिए वे जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब वे उनसे हमेशा मिलते आते थे।  उक्त जानकारी बोहरा समाज के मेघनगर के वाली मुल्ला अली असगर बोहरा (इज्जी) ने दी।

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