बाल कल्याण समिति ने किया बालिका का पुनर्वास;नाबालिग को मिला माता-ंपिता का सानिध्य ..

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विपुल पांचाल@ झाबुआ
दक्षिणी राजस्थान के सुदूर बाबादेव के जंगल में आहत मिली झाबुआ जिले की 13 वर्षीय नाबालिग बालिका ने सोमवार को उस समय राहत की सास ली जब उसे पुलिस सुरक्षा में बांसवाड़ा बाल कल्याण समिति द्वारा परिवार मे पुनर्वास हेतू झाबुआ के लिए रवाना किया गया और झाबुआ जिला बाल कल्याण समिति ने तत्काल प्रभाव से अपने समक्ष प्रस्तुत की गई नाबालिग बालिका की आपबीती सुनी और उसका परिवार मे पुनर्वास के आदेश जारी कर उसे उसके माता पिता की देखरेख और संरक्षण मे विधिवत सुपूर्द कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि बासवाड़ा जिले के बाबादेव जंगल से नाबालिग बालिका को दानपुर पुलिस ने लावारिस अवस्था मे प्राप्त होना बताते हुए विगत 13 जुलाई को जिला बाल कल्याण समिति बांसवाड़ा के समक्ष प्रस्तुत किया गया था। समिति ने संदिग्न अवस्था मे बालिका के प्राप्त होने को गंभीरता से लिया तथा इस मामले का प्रसंज्ञान लेते हुए थाना अधिकारी दानपुर को प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर अनुसंधान के निर्देष दिये थे। जिस पर अगले दिन 14 जुलाई को पुलिस द्वारा पोक्सो एक्ट के तहत आपराधीक मामला पंजिबद्ध कर जांच शुरू की है। इस बीच समिति ने नाबालिग बालिका को क्वारेन्टाइन सेन्टर में रखे जाने और उसके अभिव्यक्ति कथन कलमबद्ध किये जाने के बाद उसे अस्थाई रूप से माँ उमा निराश्रीत बालिका गृह बांसवाड़ा की देखरेख और संरक्षण मे रखे जाने के आदेश दिये थे। तीन सदस्यीय न्यायपीठ मे हरीष त्रिवेदी , शान्तिलाल चैबीसा तथा मधुसूदन व्यास ने बालिका के सर्वोत्तम हितों को ध्यान मे रखते हुए अतिशीघ्र उसके परिवार मे पुनर्वास कराये जाने का निर्णय लेते हुए कोविड 19 के चलते पुलिस सुरक्षा मे एक निजी वाहन द्वारा नाबालिग बालिका को क्षेत्राधिकार वाली झाबुआ बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए भिजवाया गया। इस दौरान बांसवाड़ा समिति ने झाबुआ समिति के सदस्य यशवंत भण्डारी के मोबाईल पर जब संर्पक किया तो उनके बताये अनुसार बालिका को लेकर झाबुआ पहुचने वाले सुरक्षा दल ने रास्ते में आने वाले मेघनगर थानाधिकारी से सम्पर्क किया और उस थाना क्षेत्र के बेड़ावली निवासी बालिका के माता पिता को साथ मे लेकर झाबुआ जिला बाल कल्याण समिति के समक्ष बालिका को प्रस्तुत किया। जहां विधिवत कार्यवाही करते हुए झाबुआ समिति ने बालिका को उसके माता- पिता की सुपूर्दगी मे दे दिया गया।