पीएचई का ठेकेदार हैंडपम्प सुधारने में कर रहा नियम विरुद्ध कार्य

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जीवनलाल राठौड़, सारंगी
एक ओर जहां सरकार सुशासन का दावा करती है और सब पड़े सब बड़े का नारा देकर बच्चो को स्कूल जाने का संदेश देती है। वही बच्चे स्कूल आकर हेण्डपम्प सुधारने की शिक्षा लेते नजर आए। साथ ही विद्यार्थियो से शैक्षणिक कार्य छोड़कर अध्यापको द्वारा गैर शैक्षणिक कार्य करवाया जा रहा है मामला है शासकीय माध्यमिक विद्यालय सारंगी का जहा स्कूल परिसर में 2 माह से बंद पड़े हैंडपम्प को सुधारने के लिए अध्यापको को खूब जतन करने पड़े विभाग ओर पंचायत के सरपंच सबको बन्द पड़े। हैंडपम्प को सुधारने की जानकारी देने के बावजूद हैंडपम्प नहीं सुधरता देख अध्यापको द्वारा बन्द हैंडपम्प की जानकारी से जनपद पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष योगेंद्र सिंह को अवगत करवाया। जनप्रतिनिधि ने तत्काल सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर बन्द पड़े हैंडपम्प को तत्काल सुधारने को लेकर चर्चा करी विभाग के अधिकारियों द्वारा सम्बन्धित ठेकेदार को हैंडपम्प सुधारने का आदेश दिया परन्तु विभाग के ठेकेदार अपनी मस्ती में मस्त है विभाग के ठेकेदार ने हेण्डपम्प सुधारने में स्कूली स्टाफ से सहयोग मांगा जिसे स्कूली स्टाफ ने बिना किसी बात को सोचे समझे नाबालिग विद्यार्थियों को हैंडपम्प सुधारने में मदद के लिए भेज दिया यह आम बात है, जब ग्रामीण क्षेत्रो में ठेकेदार के कर्मचारी खराब हैंडपम्प सुधारने जाते है तो ग्रामीणों की गरज समझ कर उनसे जमकर बिना किसी मेहताना के काम करवाया जाता है जबकि पूरी जिम्मेदारी ठेकेदार की होती है सब काम पीएचई विभाग के जिम्मेदारों की नाक के नचे होता है परंतु ठेकेदार के सामने सब मोन है यदि हैंडपम्प कसने के दौरान किसी छात्र के साथ हादसा हो जाता तो इसकी जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन लेता या ठेकेदार इस प्रकार के मामले ग्रामीण पत्रकारों द्वारा समय समय पर उठाए जाते है। परंतु प्रशासन बड़ा हादसा होने बाद ही हरकत मे आता है। इस मामले को प्रसासन संज्ञान लेकर कड़ी कार्यवाही करवाता है तो इस प्रकार के ठेकेदार ओर स्कूल से जुड़े गैरजिम्मेदाराना मामले सामने आना बंद हो जाएंगे और विभाग अपने अधिनस्त ठेकेदार से पूरी ईमानदारी से काम करवाएंगे हमारे प्रतिनिधि ने इस संबंध में जब पीएचई विभाग के एसडीओ से बात करि तो उनका कहना था यह काम ठेकेदार का है स्कूली बच्चो से काम करवाना गलत है में ठेकेदार से बात करता हु
इस सम्बन्ध में जब स्कूल स्टाफ के अध्यापक से बात की तो उन्होंने बताया दो माह से हेण्डपम्प बन्द था सबको इस बारे में अवगत करवाया समस्या पर किसी ने ध्यान नही दिया। स्थानीय जनप्रतिनिधि को इस समस्या से अवगत करवाया उन्होंने विभाग के अधिकारियों को समस्या के बारे में बताया आज ठेकेदार का कर्मचारी हैंडपम्प सुधारने आया था जिसने मजदूर ना होने पर सहयोग मांगा था हमने स्कूली बच्चो को भेज कर हेण्डपम्प सुधारने में सहयोग करवाया।
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