नववर्ष के उपलक्ष्य में माली समाज ने मनाया गणगौर पर्व

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नानपुर से जितेंद्र वाणी

आलीराजपुर जिले के नानपुर ग्राम में प्रतिवर्ष नव वर्ष (गुड़ी पड़वा) के  पावन पर गणगौर का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। गणगौर पर्व के त्यौहार पर आज माली समाज की छोटी-छोटी बालिका व महिलाओं ने पाती के रूप में पर्व मनाया। माली समाज के अध्यक्ष  मनीष (गजानन) माली ने बताया कि ग्राम नानपुर में वर्षो से माली समाज व अन्य समाज यह पर्व बड़े धूम धाम से मनाते है और उपवास रखते है। यह पर्व सोमवार ग्यारस के दिन से प्रारंभ होता है जो नो दिनों तक चलता है। ग्राम नानपुर में 2 जगह बाड़ी बोई जाती हे। माताजी का पूजन- पंडित-ओम प्रकाश जी नागर एवम बुधीयाजी माली के घर  नवरात्रि के तीसरे दिन के ज्वारे  के रुप मे माताजी (बाड़ी)का पूजन कर पूरे नगर में भव्य जुलूस निकलता है। जिसमे आने वाले वर्ष भर की भविष्यवाणी की जाती हैं। उस भविष्यवाणी में यह बताया जाता है कि आने वाला वर्ष भर कैसा जायेगा, कोंन कोंन सी परेशानी आयेगी व उसका हल कैसा होगा। इसका भी महत्व बताया जाता है। पूरे नो दिनों तक उपवास भी किया जाता है। पूरे आदिवासी समाज भी घर घर माता रानी की स्थापना करके नव वर्ष मनाते है। घनश्याम माली ने भी बताया कि विसर्जन के पहले पूरी रात कीर्तन व नाच गाने चलते है । धार जिले के कोटेश्वर में मा नर्मदा जी की नदी में ज्वारे विसर्जन किये जाते है। जिसमे सभी समाज की महिलाएं बच्चे बड़े बुजुर्ग नव वर्ष की बधाई देते है। शुभकामनाये देते है। प्रतिवर्ष नव वर्ष के दिन चैत्र नवरात्रि  में प्राचीन कालिका मंदिर में यज्ञ व पूजा पाठ कन्या भोजन भी किया जाता है।