नर्मदा के मुहाने सुदुर ग्राम दरकली में खाटला बैठक में ग्रामीणों से रूबरू हुए पुलिस अधीक्षक

May

फिरोज खान बबलू की ये खास रिपोर्ट 

आलीराजपुर। पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह के द्वारा सोशल पुलिसिंग के तहत थाना सोण्‍डवा क्षैत्रान्‍तर्गत दिनांक 28 दिसम्बर को नर्मदा के मुहाने बसे सुदुर ग्राम दरकली का भ्रमण कर खाटला बैठक ली गई। पुलिस अधीक्षक ने ग्राम दरकली के लोगों के बीच समय बिताया व ग्रामीणों से रूबरू हुये। इस दौरान काफी संख्‍या में महिला, पुरूष व बच्‍चे उपस्थित थे। उपस्थित ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक अलीराजपुर श्री मनोज कुमार सिंह से खुलकर बात कर अपने ग्राम के संबंधित जानकारी से रूबरू कराया। 

पुलिस अधीक्षक ने इस दौरान उपस्थित ग्रामीणों से अपील करते हुये बताया कि अपने सामाजिक स्‍तर को बेहतर बनानें के लिये सभी को जागरूक होनें के साथ-साथ नशे के सेवन से दूरी, महिलाओं का सम्‍मान, बच्‍चों को पढानें पर जोर दिया व इस संबंध में उपस्थित ग्रामीणों को शपथ भी दिलाई। इस दौरान पुलिस अधीक्षक के द्वारा महिलाओं/बालिकाओं से भी बात कर उनके गांव के बारे मे जानकारी ली गई। ग्राम दरकली के सभी उपस्थित जनसमुह को पुलिस अधीक्षक के द्वारा अपराधों से दूरी बनाये रखने एवं वाहन चलाते समय हेलमेट का प्रयोग अनिवार्य रूप से करने के लिये भी अपील की गई। साथही पुलिस अधीक्षक के द्वारा म0प्र0शासन द्वारा लागू पैसा एक्ट के अंतर्गत बनी ग्राम एवं विवाद निवारण समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों से भी चर्चा कर उनको पैसा एक्ट के प्रावधानों से अवगत कराया गया। पैसा एक्ट के संबंध में उपस्थित जनसमुह को भी विस्तार से जानकारी दी गई तथा पैसा एक्ट के संबंध जागरूकता का प्रयास किया गया।  

पुलिस अधीक्षक अलीराजपुर सिंह ने बताया कि अलीराजपुर पुलिस के द्वारा विगत एकवर्ष से सोशल पुलिसिंग के माध्यम से सुदुर गांवों में जाकर खाटला बैठकों के माध्यम से जागरूकता का लगातार प्रयास किया गया है, जिसके सकारात्मक परिणाम भी अलीराजपुर पुलिस को मिलने लगे हैं, जिसका उत्कृष्ट उदाहरण है, कि 01 जनवरी 2022 से 27 दिसम्बर 2022 तक की स्थिति का वर्ष 2021 से तुलना करनें पर कुल महिला संबंधी अपराधों में कुल 30 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है, जो अपने आप में अलीराजपुर पुलिस के लिये बहुत बडी उपलब्धि कही जा सकती है। महिला संबंधी अपराधों में समग्र मुल्यांकन करने पर  गया कि हत्या प्रयास के अपराधों में 50 प्रति0, अपहरण 48प्रति0, आत्महत्या 30प्रति0, दहेज प्रताडना 30प्रति0, बलात्कार 36.66प्रति0, छेडछाड 37प्रति0 की कमी दर्ज की गई है।