अलीराजपुर लाईव के लिए वालपुर से अजय मोदी की रिपोर्ट-
जहा एक ओर सरकार शिक्षा का अलख जगाने,शिक्षा को जनजन तक पहुचाने का दावा करती है।,वही दुसरी ओर वालपुर की हाई स्कुल इन सारे दावो की पोल खोल रही है। शुक्रवार दोपहर 3 बजे सोण्डवा तहसीलदार मेडम देव कुवर सोलंकी के द्वारा हाट बाजार जन सुनवाइ के बाद हाई स्कुल वालपुर का ओचक निरीक्षण किया गया जिसमे बच्चो के साथ साथ शिक्षक प्रभारी प्राचार्य भी नही पाये गये,जिससे तहसीलदार मेडम द्वारा नाराजगी जाहीर की गई,तथा पंचनामा बनाकर कार्यवाही की गई।
प्रभारी प्राचार्य भरोसे स्कुल-
हाई स्कुल की स्वीकृती (1996) से अब केवल एक बार ही शासन द्वारा प्राचार्य पद पर नियुक्ती की गई,उनके दो वर्ष के कार्यकाल केे बाद अब तक सिर्फ प्रभारी प्राचार्यो के भरोसे ही काम चल रहा है।
वर्षो से जमे शिक्षक-कई पद खाली
स्कुल मे कई शिक्षक वर्षो से जमे बेठे हे तो कई पद रिक्त हे जिनकी पुर्ती अतिथी शिक्षको से की जाती है।
केसे आयेगी शिक्षा मे गुणवक्ता-
अगर इसी तरह प्रभारी प्राचार्यो ओर अतिथी शिक्षको के भरोसे काम चलता रहा तो अंचल में शिक्षा की गुणवत्ता तथा बोर्ड परीक्षाओं में परिणामों को आसानी से समझा जा सकता है।
हाई सेकण्ड्री की हुई घोषणा-
गत दिवस मुख्य मंत्री के सोण्डवा प्रवास पर उनके द्वारा वालपुर हाई स्कुल को हाई सेकण्ड्री बनाने की घोषणा हुई। हाई सेकण्ड्री स्कुल की घोषणा के साथ शासन को उपयुक्य सुविधाए पर्याप्त स्टाफ समय समय पर निरीक्षण पर भी ध्यान देना चाहिए।
क्या कहते हे जिम्मेदार-
लापरवाह बरतने वाले जिम्मेदार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
-गिरीधर ठाकरे बी.ई.ओ. सोण्डवा