घोटालों के आरोपों पर पीईबी मौन? सरकार बेरोजगार अभ्यर्थियों के साथ छलावा करना बंद करे- विधायक मुकेश पटेल

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आलीराजपुर। पीईबी अर्थात प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड बना कमाई का जरिया बन गया है। इसके माध्यम से सरकार बेरोजगारों से कमाई करने लगी है। व्यापम और पीईबी पर भ्रष्टाचार, चयन प्रक्रिया में गडबड सहित अन्य गंभीर आरोप लगातार लगते रहे है और वर्तमान में भी लग रहे है। सरकार बेरोजगार अभ्यर्थियों के साथ इस प्रकार का छलावा करना बंद करे और उन्हें रोजगार प्रदान करे। ये बात आलीराजपुर विधायक मुकेश पटेल ने बुधवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कही।

विधायक पटेल ने बताया कि पीईबी द्वारा आयोजित पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा के परिणाम में गोपनीयता की आड़ में जिम्मेदारों द्वारा तथ्यों को छुपाया जा रहा है। पूर्व में परीक्षा प्रक्रिया में आरक्षित वर्ग वार उम्मीदवारों की संख्या और कट ऑफ बताया जाता था।  लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं बताया जा रहा हैं। साथ ही ऐसे उम्मीदवारों का चयन कर लिया गया है जिनके कम अंक है और कई ऐसे अयोग्य घोषित कर दिए गए हैं जिनके ज्यादा अंक है। वर्ष 2016 एवं 17 की पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में भी ऐसा ही किया गया था।

विधायक पटेल ने आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार एक तरफ बेरोजगारों को रोजगार देने की बात करती है और जब रोजगार के लिए बेरोजगारों द्वारा परीक्षाएं दी जाती है तो व्यापम द्वारा इस प्रकार गड़बड़ी की जाती है जिसके कारण बेरोजगारों को समय पर नौकरियां नहीं मिल पा रही है। जबकि बेरोजगार युवक युवतियां इस उम्मीद के साथ परीक्षा में शामिल होते है कि उन्हें नौकरी मिल जाएगी तो स्वयं और परिवार का भविष्य सुरक्षित हो जाएगा। परंतु सरकार के सरंक्षण में पीईबी के जिम्मेदारों द्वारा घोटाले पर घोटाले किए जा रहे है।

जनता देगी पुरजोर जवाब

विधायक पटेल ने कहा कि बेरोजगार युवक युवतियों के साथ इस प्रकार से मनमानी और छलपूर्वक किए जा रहे कृत्य को जनता देख भी रही है और समझ भी रही है कि आखिर सरकार में बैठे जिम्मेदारों के संरक्षण में क्या किया जा रहा है। आगामी विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में प्रदेश के बेरोजगार युवक युवतियां और परेशान जनता इसका पुरजोर जवाब देगी।