अलीराजपुर लाइव के लिए अलीराजपुर से रिजवान खान की रिपोर्ट-
खेडूत मजदूर चेतना संगठन के शंकर तड़वाल के नेतृत्व में शुक्रवार को सिलिकोसिस पीडि़तों ने कलेक्टोरेट कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर शेखर वर्मा को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। सौंपे गए मुख्य रूप से सिलिकोसिस पीडि़तों के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्देशित 304 परिवारों के लिए अलग से पुनर्वास पैकेज स्वीकृत कर पीडि़तों को शीघ्र सहायता देने की मांग की गई। इस पर कलेक्टर शेखर वर्मा ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
ज्ञापन में यह थी मांग-
खेडूत मजदूर चेतना संगठन और पीडि़तों द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया कि उच्चतम न्यायालय की याचिका क्रमांक 110/2006 के 3 मई के फैसले अनुसार मप्र के झाबुआ, धार और अलीराजपुर के 304 परिवार जो सिलिकोसिस बीमारी से पीडि़त है। इन्हें पुनर्वास पैकेज के देने के निर्देश है। जिला प्रशाासन मात्र 200 रुपए पेंशन इंदिरा आवास, कपिलधारा प्रदान कर पुनर्वास पैकेज के तहत सहायता दी गई जैसी जानकारी सुप्रीम कोर्ट व राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग में दी है। वर्तमान में जो हितग्राही मूलक योजना का लाभ गिने चुने पीडि़तों को मिला है, इससे इनका जीवन सुरक्षित नहीं है। पीडि़त मजूदरों की मांग पीडि़त मजजदूर सिलिकोसिस जांच से वंचित रहे गए है उनके लिए स्वास्थ्य परीक्षण कर पीडि़त होने का प्रमाण पत्र दिया जाने की मांग की है। पीड़तों को 200 रूपए के स्थान पर 5 हजार रूपए मासिक पेंशन दी जाए। पीडि़तों के बच्चों को कक्षा पहली से कॉलेज स्तर तक नि:शुल्क शिक्षा एवं छात्रावास सुविधा देकर शिक्षित किया जाए। भूमिहीन पीडि़तों को 5.5 एकड़ सिंचित जमीन दी जाए। पीडि़तों के परिवार में से 1.1 सदस्य को शासकीय नौकरी दी जाए। पीडि़त परिवारजनों को सिलाई मशीन, इंदिरा आवास, भैंस पालन, गाय पालन, मुर्गी व बकरी पालनए सिंचाई उपकरण, सिंचाई योग्य जमीन और जमीन समतलीकरण जैसी व्यवसायमूलक सहायता प्रदान की जाए। उनके परिवार का कोई भी सदस्य बीमार हो तो उसका नि:शुल्क इलाज किया जाए। जिला स्तर पर सिलिकोसिस निगरानी समिति का गठन किया जाए। सभी पीडि़तों को गरीबी रेखा से जोड़ा जाए। इस दौरान सिलिकोसिस पीडि़त भीमसिंह राधु फूलबाई लीला चंदरसिंह, केशरसिंह, रेमसिंह बामनिया, ज्ञानसिंह निंगवाल, राजू सहित अन्य पीडि़त मौजूद थे।