कठ्ठीवाडा से गोपाल राठौर की रिपोर्टः कठ्ठीवाड़ा तहसील के हवेलीखेड़ा गांव में दो साल के एक मासूम बच्चे की मौत हो गई। यह बच्चा दो दिन से उल्टी दस्त का शिकार था। इस गांव में कई बच्चों में इस तरह के लक्षण देखे गए है। झाबुआ आजतक के इस मामले को कलेक्टर शेखर वर्मा के संज्ञान में लाने के बाद उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को एक दल तुरंत इस गांव में भेजने के निर्देश दिए है।
दो साल का प्रदीप हवेलीखेड़ा गांव के स्कूल फलिया का रहने वाला था। दो दिन से उल्टी दस्त की वजह से उसकी हालत काफी बिगड़ गई थी। शुक्रवार को इसी वजह से उसकी मौत हो गई। इस इलाके में प्रदीप अकेला ऐसा मासूम नहीं था जो उल्टी दस्त से पीडित हो बल्कि कई बच्चों के इसकी चपेट में आने की बात सामने आई है।
चौंकाने वाली बात है कि हालत इतने बिगड़ने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी ही नहीं लगी या फिर जानबूझकर लापरवाही की गई। “झाबुआ आजतक” के माध्यम से यह सारा मामला कलेक्टर शेखर वर्मा के संज्ञान में लाया गया है।
कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को समझते हुए स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को तुरंत तलब किया गया और इसके बाद एक दल हवेलीखेड़ा गांव के लिए रवाना किया गया है। कलेक्टर ने साथ ही अधिकारियों को ताकीद दी है कि वह पूरे मामले की मॉनिटरिंग करे और यथासंभव कोशिश कर इस बीमारी के रोकथाम के इंतजाम किए जाए।