कल रात अंगारों पर चलेंगे मन्नत धारी दारू की धार के साथ मुर्गी बकरों की दी जाएगी बलि 

May

मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ

कार्तिक माह चौदश तथा पूनम की दरमियानी रात आदिवासी संस्कृति सभ्यता का प्रतीक कहे जाने वाले भिलवट बाबा के दरबार में आस्था का मेला लग रहा है कल 26 नवंबर की रात मन्नत धारी दहकते अंगारों पर चलकर बाबा की पूजा अर्चना करेंगे इसके पूर्व देसी शराब (दारु) की धार तथा मुर्गो बकरों की बलि दी जाएगी।

हमारे संवाददाता को ग्राम सरपंच रमेश रावत ने बताया कि प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी अलीराजपुर दाहोद राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 56 किनारे पटेल फलिया में स्थित विशाल  वट वृक्ष के नीचे विराजमान आदिवासी समाज के आराध्य देव भिलवट बाबा दरबार में रात्रि कालीन विशाल मेले का आयोजन 26/11/23 को हो रहा है जहां पर आदिवासी समुदाय द्वारा वर्ष भर में मांगी गई मनौतियों के पूर्ण होने पर मन्नत धारी दहकते अंगारों पर से चलकर मुर्गो बकरों की बालि देंगे तथा बाबा का देसी (महुआ दारू) शराब की धार चढ़ाएंगे इसके साथ-साथ मिट्टी के घोड़े तथा ढाबे भी चढ़ाऐ जाते हैं जो कि कुम्हार परिवार बनाकर बाजार में बेचते हैं। मेले में आसपास के क्षेत्र से समाजजन मन्नत धारी सम्मिलित होंगे मेले में खाने-पीने की दुकान लगेगी तथा पंचायत द्वारा पेयजल एवं विद्युत व्यवस्था की जा रही है सुरक्षा हेतु पुलिस की व्यवस्था भी की गई है मेला रात्रि भर चलता रहेगा सुबह लगभग तीन- चार बजे मनौती उतारने वाले आग (चुल) पर चलकर मनौती उतारेंगे जिसे देखने हेतु पत्रकार, टीवी चैनलों के कार्यकर्ता भी उपस्थित रहते हैं।