त्योहारों के मद्देनजर होने वाली शांति तथा सुरक्षा समिति की बैठक नहीं हुई

May

मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ (आलीराजपुर)

जब भी कोई त्यौहार आता है उसके पूर्व थाने पर शांति एवं सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित कर त्योहारों में सुरक्षा आदि पर चर्चा कर समितियों के सदस्यों के सुझाव आदि लिए जाने का प्रावधान रहा है मगर इस बार लगभग 15-20 दिनों तक आयोजित होने वाले विभिन्न धार्मिक तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के पूर्व बैठक नहीं होना कस्बे में चर्चा का विषय बना हुआ है।

प्रतिवर्ष त्योहारों के पूर्व इन त्योहारों को मनाने हेतु सुरक्षा तथा शांति कायम रखी जाकर बगैर किसी ‘असहज’ स्थिति निर्मित किए त्यौहार मनाया जाए जाए हेतु यह सुनिश्चित करना प्रशासन का कार्य होता है त्यौहार शांतिपूर्वक मनाने विशेषकर पुलिस प्रशासन की इसमें अहम भूमिका रहती है आम्बुआ कस्बे के सदस्यों की भी बैठके  थाना परिसर में स्थानीय पुलिस प्रशासन तथा जिला अथवा अनु विभागीय स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में संपन्न होती रही है यह विगत वर्षों के इतिहास में शायद पहली घटना होगी जब शिवरात्रि, भगोरिया, होली, मुस्लिम तथा बौहरा जमात के ‘कुण्डे’ एवं आगामी दिनों में सबे बारात (सब-ए-बरात) आदि के पूर्व तथा वर्तमान में आयोजित होने वाले त्योहारों के मद्देनजर थाने पर शांति तथा सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित नहीं की गई भगोरिया तथा होली यह बड़े आयोजन रहते हैं जिसमें भीड़भाड़ रहती है इन पर निगरानी रखना आदि समिति के सदस्यों का भी दायित्व रहता है इसीलिए बैठक रखी जाती है मगर इस बार बैठक नहीं होने से सदस्य भ्रमित है।

-व्यवस्थाओं के चलते इस बार शांति समिति की बैठक नहीं हो पाई है इसके लिए खेद के साथ त्यौहार की सभी को बधाई

दिलीप चंदेल, थाना प्रभारी आम्बुआ