आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका संघ ने अपनी मांगों को लेकर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

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दीपेश प्रजापति@झाबुआ 

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ ने अपनी मांगों को लेकर जिला कलेक्टर को  ज्ञापन  सौंपा। ज्ञापन में मांग की कि अपनी बुनियादी सुविधा और अधिकारों को लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए।  मांगे पूरी ना होने पर धरना प्रदर्शन और भूख हड़ताल करेंगे आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं में अपनी मांगों को लेकर दिखा। अपनी मांगों को लेकर जिला मुख्यालय से लेकर दिल्ली तक लड़ाई लड़ने की बात कही। हमें उपेक्षित किया जा रहा है मध्य प्रदेश आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने अपनी 16 मांगों का मांग पत्र कलेक्टर के नाम जिला कार्यालय कलेक्टर झाबुआ में सोफा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बहनों का कहना है हम शासन के विभिन्न योजनाओं को शासकीय कर्मचारियों की तरह क्रियान्वित करती हैं हम नागरिकों के हित में लाई गई। शासन के अनेक महत्वकांक्षी योजना टीकाकरण, पल्स पोलियो ड्रॉप पिलाना,जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र का पंजीयन करना मतदाता सूची का सर्वे कर छूटे हुए मतदाताओं का नाम मतदान सूची में शामिल करना ऐसी कई शासन की योजना जो समय समय पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दिया जाता है एवं करती हैं ।आंगनवाड़ी केंद्रों को निरंतर संचालित करना बच्चों को प्राथमिक शिक्षा के साथ-साथ को पोषण आहार देना गर्भवती महिलाओं,छोटी बालिकाओं को पोषण आहार देना आयरन की गोली वितरित करने जैसे अनेक कार हम आंगनवाड़ी बहने करती आ रही कोरोना मैं भी हम आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका कोरोना से लड़ने के लिए प्रथम लाइन में खड़े होकर योद्धा का रूप में कार्य कर रहे हैं एक तरफ महिलाओं के उत्थान के लिए एवं आत्मनिर्भर बनने के लिए सरकार एक से एक योजनाएं ला रहे हैं लेकिन हम आंगनवाड़ी में कार्यरत बहनों को इन सभी योजनाओं से दरकिनार कर उपेक्षित किया जा रहा है हमारी बुनियादी सुविधाओं से संबंधित कुछ मांगे हैं जिनके लिए हम आखिरी समय तक लड़ते रहेंगे
हमारी

झाबुआ कलेक्टर मैं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ ने अपनी मांगों को लेकर जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापनअपनी बुनियादी सुविधा और अधिकारों को लेकर सौंपा मांग पत्र आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए मांगे पूरी ना होने पर धरना प्रदर्शन और भूख हड़ताल करेंगे आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं में अपनी मांगों को लेकर दिखाआक्रोशमांगों को लेकर जिला मुख्यालय से लेकर दिल्ली तक लड़ाई लड़ने की कही बात हमें उपेक्षित किया जा रहा है मध्य प्रदेश आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने अपनी 16 मांगों का मांग पत्र कलेक्टर के नाम जिला कार्यालय कलेक्टर झाबुआ में सोफा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बहनों का कहना है हम शासन के विभिन्न योजनाओं को शासकीय कर्मचारियों की तरह क्रियान्वित करती हैं हम नागरिकों के हित में लाई गई शासन के अनेक महत्वकांक्षी योजना टीकाकरण, पल्स पोलियो ड्रॉप पिलाना,जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र का पंजीयन करना मतदाता सूची का सर्वे कर छूटे हुए मतदाताओं का नाम मतदान सूची में शामिल करना ऐसी कई शासन की योजना जो समय समय पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दिया जाता है एवं करती हैं आंगनवाड़ी केंद्रों को निरंतर संचालित करना बच्चों को प्राथमिक शिक्षा के साथ-साथ को पोषण आहार देना गर्भवती महिलाओं,छोटी बालिकाओं को पोषण आहार देना आयरन की गोली वितरित करने जैसे अनेक कार हम आंगनवाड़ी बहने करती आ रही कोरोना मैं भी हम आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका कोरोना से लड़ने के लिए प्रथम लाइन में खड़े होकर योद्धा का रूप में कार्य कर रहे हैं एक तरफ महिलाओं के उत्थान के लिए एवं आत्मनिर्भर बनने के लिए सरकार एक से एक योजनाएं ला रहे हैं लेकिन हम आंगनवाड़ी में कार्यरत बहनों को इन सभी योजनाओं से दरकिनार कर उपेक्षित किया जा रहा है हमारी बुनियादी सुविधाओं से संबंधित कुछ मांगे हैं जिनके लिए हम आखिरी समय तक लड़ते रहेंगे
हमारी निम्न मांगे
1.आंगनबाड़ी में कार्यरत बहनों को सरकारी कर्मचारी घोषित कर सामाजिक सुरक्षा दी जाए और उन्हें उचित श्रेणी में शामिल किया जाए
2.आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 18000 तथा सहायिका को 9000 प्रतिमा है भुगतान किया जाए
3आंगनवाड़ी केंद्रों को प्राइमरी स्कूल में बदला जाए ऐसे हमारे 16 मांगे हैं जिन्हें जल्दी से जल्दी पूर्ण किया जाए

झाबुआ से दीपेश प्रजापति की रिपोर्ट

निम्न मांगे
1.आंगनबाड़ी में कार्यरत बहनों को सरकारी कर्मचारी घोषित कर सामाजिक सुरक्षा दी जाए और उन्हें उचित श्रेणी में शामिल किया जाए
2.आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 18000 तथा सहायिका को 9000 प्रतिमा है भुगतान किया जाए
3आंगनवाड़ी केंद्रों को प्राइमरी स्कूल में बदला जाए ऐसे हमारे 16 मांगे हैं जिन्हें जल्दी से जल्दी पूर्ण किया जाए

झाबुआ से दीपेश प्रजापति की रिपोर्ट