हाट बाजारों में खुले में बिक रही खाद्य सामग्री तथा सड़े गले फल- लोगों की सेहत से खिलवाड़

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मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ

 क्षेत्र में मौसमी परिवर्तन के कारण पहले ही अनेक बीमारियों ने हड़कंप मचा रखा है बीमार लोगों को सेहत ठीक करने के लिए उचित आहार तथा फल खाने की सलाह दी जाती है जब यही खाद्य सामग्री तथा फल सड़े गले बीके तो स्वस्थ लोग भी बीमार हो सकते हैं। जिला खाद्य अधिकारी द्वारा अति शीघ्र जांच का भरोसा दिया गया है।

हाट बाजार के दिन ग्रामीण बाजारों में सामान क्रय करने आते हैं ग्रामीण अधिक खाद्य सामग्री, फल आदि बाहर से बेचने आने वालों से खरीदते हैं सड़क किनारे नमकीन, मीठा आदि बना हुआ तथा ताजा बनाकर जो खाद्य सामग्री बेचते हैं वह खराब तथा कई बार उपयोग में आने वाले तेल में तला जाता है बेसन तथा मैदा कई दिनों का पड़ा घोल से बनता है एक हाट बाजार में नहीं बिकने वाली बनी हुई सामग्री तथा कच्ची सामग्री का उपयोग (बिक्री) दूसरे हाट बाजार में की जाती है कई घंटों तक पदार्थों को डिब्बों टोकरो में भरा रहता है। जब यह सामान तेल में तला जाता है तो आसपास इतनी बदबू उठती है कि कोई भी स्वस्थ व्यक्ति बीमार पड़ जाए फिर खाने वालों की क्या हालत होती होगी यह भुक्तभोगी ही जानता है ।

इधर स्वास्थ के लिए जिन फलों का अच्छा माना जाता है वह सड़े गले अधिक संख्या में देने का लालच देकर ग्रामीणों को दे दिया जाता है आम्बुआ हाट बाजार (मंगलवार) को भी ऐसे ही सड़े केले तथा सेव फल आदि खुलेआम बीके जिन्हें देखने वाला कोई अधिकारी कर्मचारी यहां नहीं होता है। हमारे प्रतिनिधि ने जिला फ़ूड अधिकारी धीरेन्द्र जादोन
जिला फ़ुड अधिकारी से मोबाइल पर बात की तो उन्होंने कहा- मुझे पता नहीं है आप के माध्यम से जानकारी मिली है मैं अगले सप्ताह निरीक्षण कर उचित कार्रवाई करूंगा।