मोबाइल पोषण ट्रेकर एप से भेजी जाने आनलाइन जानकारियों को बंद करने  अन्य मांगो को लेकर आंगनवाडी कार्यकर्ता संघ ने सौंपा ज्ञापन

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आलीराजपुर।
मोबाइल पोषण ट्रेकर एप से भेजी जाने सभी आनलाइन जानकारियों को बंद कर पूर्व की तरह आफलाइन व्यवस्था को यथावत रखने सहित अन्य मांगो को लेकर गुरूवार को आंगनवाडी कार्यकर्ता संघ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री और कलेक्टर के नाम ज्ञापन तहसीलदार केएल तिलवारी और जिला महिला बाल विकास अधिकारी विजयसिंह सोलंकी को सौंपे। वहीं सोंडवा में तहसीलदार कैलाश सस्तिया को ज्ञापन सौंपा गया।
मप्र भारतीय मजदूर संघ भोपाल से संबंध आंगनवाडी कार्यकर्ता, सहायिका एवं मिनी आंगनवाडी कार्यकर्ता संघ जिला इकाई के द्वारा सौंपे गए आवेदन में बताया गया कि संघ के ध्यान में लाया गया है कि एकीकृत महिला एवं बाल विकास सेवा परियोजना में पदस्थ आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं मिनी आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को मोबाइल में पोषण ट्रेकर एप डाउनलोड करने के लिए विभागीय अधिकारियों के निर्देश पर मैदानी कर्मचारियो (सेक्टर पर्यवेक्षकों) द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। परंतु इस कार्य के लिए शासन स्तर से आंगनवाडी एवं मिनी आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को ना तो एंड्रायड मोबाइल उपलब्ध करवाया गया है और ना ही एंड्रायड मोबाइल क्रय करने के लिए राशि का भुगतान किया है और ना ही आनलाइन (इंटरनेट डेटा) जानकारी भेजने के लिए मोबाइल रिचार्ज की पुरी राशि का भुगतान किया जा रहा है। इसके अलावा जिला प्रशासन के अधिकारियों के निर्देशानुसार अन्य विभागों के कार्य भी विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा दबाव बनाकर करवाए जाते है।
उन्होने बताया कि मप्र शासन महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनवाडी एवं मिनी आंगनवाडी कार्यकर्ता सहायिका भर्ती नियम प्रक्रिया 1996 के तहत न्यूनतम योग्यता कक्षा 5 से 8वीं को पात्रता दी गई है। जबकि अलीराजपुर मप्र का शिक्षा से पिछडा आदिवासी बाहुल्य जिला है। यहां के अधिकतर गांव पहाड़ी क्षेत्रों में स्थित है। जहां मोबाइल नेटवर्किंग एवं बिजली की सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण विभागीय जानकारियां आनलाइन के माध्यम से भेजने में कई परेशानियों का सामना करना पड रहा है। इसलिए अलीराजपुर जिले में मोबाइल पोषण ट्रेकर एप से भेजी जाने वाली सभी आनलाइन जानकारियों को बंद कर पूर्व की आफलाइन व्यवस्था को यथावत जारी रखा जाए। क्योंकि अलीराजपुर जिले की अधिकतर आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं मिनी आंगनवाडी कार्यकर्ताएं एवं उनके परिवारजनों का शिक्षा का स्तर कम होने के कारण पोषण ट्रेकर एप से भेजी जाने वाली सभी जानकारी अंग्रेजी भाषा में होने कारण कई आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं मिनी आंगनवाडी कार्यकर्ताओं एवं उनके परिवारजनों को अंग्रेजी भाषा में पढने व समझने में असमर्थता हो रही है।
संघ की मुख्य मांगे इस प्रकार है
–        कोविड-19 के समय कंटेंटमेंट झोन में सर्वे कार्य करने वाली कोरोना योद्धा आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं मिनी आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को एक माह की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि 10000 रूपए भुगतान किया जाए। क्योंकि कोरोना काल में कोरोना योद्धा आंगनवाडी एवं मिनी आंगनवाडी कार्यकर्ताओं ने अपनी जान जोखिम में डालकर अपनी ईमानदारी के साथ कंटेंटमेंट झोन में सर्वे किया था। जिसका भुगतान आज तक नहीं हुआ है। साथ ही कुछ समय पहले मुख्यमंत्री द्वारा अतिरिक्त मानये 1500 रूपए कार्यकर्ता और 750 रूपए सहायिका को प्रतिमाह मानदेय बढाकर भुगतान करने की घोषणा की थी। किंतु उसका आज तक भुगतान नहीं हुआ। इस संबंध में आदेश जारी कर तत्काल अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाए।
–        जिला प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देशानुसार मबाविवि के अधिकारियों एवं मैदानी कर्मचारियों (सेक्टर पर्यवेक्षकों) द्वारा आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं मिनी आंगनवाडी कार्यकर्ताओं से विभागीय कार्यो के अतिरिक्त अन्य विभागों ( चुनावों में ड्यूटी, स्वास्थ्य दस्तक अभियान, पल्स पोलियों, टीकाकरण, कोरोना टीकाकरण, कोरोना वैक्सीन टीकाकरण शहरी एवं ग्रामीण सर्वे, स्वच्छता अभियान, खाद्य सर्वे, खाद्यान्न पर्ची वितरण, सुकन्या योजना, उज्जवला योजना, आयुष्मान कार्ड) के कार्य दबाव डालकर करवाने की प्रक्रिया को तत्काल बंद किया जाए।
–        आंगनवाडी कार्यकर्ता, मिनी आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को माह की 1 से 5 तारीख तारीख तक मानदेय का भुगतान किया जाए।
–        अलीराजपुर जिले की कई एकीकृत महिला एवं बाल विकास सेवा परियोजनाओं में पदस्थ कई पर्यवेक्षक पिछले 8-10 वर्षो से एक ही सेक्टर में पदस्थ है। उन्हें शासन नियमानुसार परियोजना के अन्य सेक्टरों में स्थानांतरित किया जाए।
संघ के पदाधिकारियों ने मांग की है कि इन बिंदुओ पर सहानुभूति पूर्वक आवश्यक कार्रवाई कर तत्काल निराकरण करते हुए अलीराजपुर जिले की सभी परियोजनाओं द्वारा संचालित आंगनवाडी एवं मिनी आंगनवाडी केंद्रो से मोबाइल पोषण ट्रेकर एप से भेजी जाने सभी आनलाइन जानकारियों को बंद कर पूर्व की तरह आफलाइन व्यवस्था को यथावत जारी रखे। जिससे जिले की सभी परियोजनाओं में पदस्थ आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं मिनी आंगनवाडी कार्यकर्ता स्वयं को उपेक्षित नहीं समझे और अपने कार्य को तनावमुक्त होकर कर पाएं।
इस दौरान शांतिलाल हटीला, धनसिंह भाई कनेश, आनंद राठौर, संगीता चौहान, रानु मौर्य, कुसुम मौर्य, कविता चौहान, मंजुला डावर, कस्तूरी निंगवाल, अंतर बघेल आदि उपस्थित थे।