मोदी – शिवराज सरकार ” अंडे” को लेकर आमने सामने

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झाबुआ – अलीराजपुर Live डेस्क के लिऐ ” मुकेश परमार ” की EXCLUSIVE रिपोर्ट ।

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तीन महीने पहले केंद्र की मोदी सरकार की  तरफ से मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार को लिखा गया था कि वह अपने यहां की आंगनवाड़ी और मिड-डे मील के लिए बनने वाले खाने में अंडे को भी शामिल कर लें।
मिड-डे मील में अंडे शामिल करने की बात पर शिवराज पहले भी आपत्ति जता चुके हैं।

केंद्र और मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान में आने वाले वक्त में ‘उबले हुए अंडे’ को लेकर तनातनी बढ़ सकती है। दरअसल, तीन महीने पहले केंद्र की तरफ से मध्यप्रदेश सरकार को लिखा गया था कि वह अपने यहां की आंगनवाड़ी और मिड-डे मील के लिए बनने वाले खाने में अंडे को भी शामिल कर लें, पर शिवराज शाकाहारी हैं इस वजह से अबतक ऐसा नहीं किया है। शिवराज सिंह इसपर पहले भी आपत्ति जता चुके हैं।ओर अंडे की जगह दूध देने की बात कहते रहे है हालांकि दूध का प्रयोग विफल हो चुका है ।
केंद्र की तरफ से इस बात के लिए 29 फरवरी को एक पत्र लिखा गया था। इसमें कहा गया था, ‘उबले हुए अंडे सेहत को अच्छा रखने के सस्ते साधन हैं जिनसे प्रोटीन मिलता है। यह बच्चों और गर्भवती मां, दोनों के लिए जरूरी भी होता है। इसलिए इसे लागू किया जाना चाहिए।जिससे कुपोषण पर लगाम लगाने की तरफ एक कदम और बढ़ाया जा सके।’ गौरतलब है कि दक्षिण के कई राज्यों मे बच्चो को उबले अंडे दिये जा रहे है ओर उसके परिणाम भी  बेहतर आये है इसलिए मोदी सरकार इसे मध्यप्रदेश मे भी लागू करने का सुझाव दे यही है गौरतलब है कि आँगनवाड़ी केंद्रों मे अंडा देने को लेकर कई सामाजिक संगठन विरोध जता चुके है हालांकि विरोध करने वालो मे ऐसे लोग ज्यादा है जिनके बच्चे इन आंगनवाड़ीयों मे नही जाते ओर ना ही मिड डे मील खाते है ओर इसे स्वैच्छिक रखा गया है ।