मरणोपरांत उदयगढ़ का पहला नेत्रदान कर गई स्व.ग्यारसीबाई राठौड़

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कमलेश जयंत, उदयगढ़

गायत्री परिवार की सदस्य एवं राठौड समाज की वृद्धा  ग्यारसीबाई मोहनलाल राठौड़ का शनिवार सुबह आकस्मिक निधन हो गया ।उन्होंने मृत्यु पूर्व नेत्रदान की इच्छा जाहिर की थी । उनकी इच्छा अनुसार मरणोपरांत नेत्रदान से जोबट संकलन केंद्र को 88 वा नेत्रदान प्राप्त हुआ वही उदयगढ़ में पहला नेत्रदान ग्यारसीबाई अन्य लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बनी..

शनिवार सुबह ग्यारसी बाई के निधन उपरांत उनके पुत्र राजेंद्र राठौड़ (प्रबंधक जाति सेवा सहकारी संस्था) एवं धन्नालाल राठौर (भाजपा नेता ) ने अपनी माता जी की इच्छा से समाजजनों एवं राठौड़ समाज अलीराजपुर के अध्यक्ष किशनलाल राठौड़ को अवगत करवाया । जिलाध्यक्ष ने गायत्री शक्तिपीठ जोबट नेत्र संकलन केन्द्र के व्यवस्थापक डॉ शिवनारायण सक्सेना को परिवार की भावना के बारे में बताया । सूचना मिलते ही नेत्र संकलन केन्द्र के सहायक जयप्रकाश शर्मा और आई टेक्नीशियन अजमेर सिंह डावर ने उदयगढ़ पहुंचकर दिवंगत ग्यारसीबाई राठौड़ की आंखों से कार्निया निकाले । कार्निया सुमेर सिंह डावर के साथ तत्काल एमके इंटरनेशनल आई बैंक इंदौर पहुंचाए गए।गायत्री परिजनों ने दिवंगत ग्यारसी बाई राठौड़ को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए इस पुनीत कार्य के लिए परिजनों को प्रशस्ति पत्र सौंपा ।

जोबट नेत्र संकलन केंद्र को मिला 88 वा नेत्र दान

अलीराजपुर जिले के तत्कालीन कलेक्टर शेखर वर्मा के सुप्रयासों से वर्ष 2015 मे गायत्री शक्तिपीठ जोबट नेत्र संकलन केन्द्र की स्थापना हुई । कलेक्टर श्री वर्मा ने नेत्रदान को जन अभियान बनाने के लिए गायत्री परिजनों पर विश्वास जताया। उनका विश्वास मजबूती के साथ नेत्रदान के लिए लोगों को प्रोत्साहित और जागृत कर रहा है। अभियान में राठौर समाज की काफी महत्वपूर्ण भूमिका है ।अब तक हुए 88 नेत्रदान में 34 राठौड़ समाज से ही है।
88 वे नेत्र दान के साथ ही उदयगढ़ की पहली नेत्रदानी के रूप में गायत्री परिजन  ग्यारसीबाई राठौड़ अन्य लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बनी।
अंतिम यात्रा में जोबट, अलीराजपुर, मनावर, कुक्षी, टांडा, गंधवानी, बड़ौदा, दाहोद, झाबुआ, राणापुर, बोरी सहित अनेक ग्राम-शहरों से सामाजिक जल और परिचित शामिल हुए । स्थानीय मुक्तिधाम पर अंतिम विदाई के साथ ही उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।