नगर में अजनबियों की भरमार; वर्षों से, कुछ किराए के मकानो मे तो कुछ तम्बुओ में रह रहे हैं पुलिस को नहीं जानकारी

- Advertisement -

मयंक विश्वकर्मा@आम्बुआ 

इन दिनों क्षेत्रों में अपरिचित चेहरों की भरमार होती जा रही है जो कि विभिन्न ज्ञात अज्ञात धंधों में लिप्त है ।इनमें से कई ने कस्बे में किराए से मकान तो लिए है तो कई अभी भी तंबू डेरों में रह रहे हैं। शंका है कि कहीं इनका कोई गैरकानूनी धंधे तो नहीं है विगत वर्षों में ऐसे लोगों का पुलिस “वेरीफिकेशन” तक नहीं कराया गया है। जानकारी के अनुसार आम्बुआ तथा समीप ग्राम बोरझाड़ आदि क्षेत्र में विगत दो-तीन वर्षों में अनेक लोग अकेले अथवा परिवार के साथ पहले डेरे तंबू में रहते रहे मगर स्वच्छता अभियान एवं खुले में शौच से मुक्त हेतु कुछ को प्रशासन ने यहां से भगा दिया तो कुछ ने कस्बे में किराए से मकान ले लिए मकान मालिकों द्वारा इनसे इनकी जानकारी जैसे आधार कार्ड आदि लिए जा रहे हैं। मगर पुलिस थाने पर इनकी जानकारी नहीं दी जा रही है पुलिस विभाग पूर्व में माइक के माध्यम से मुनादी कराकर मकान मालिकों से किरायेदारों की जानकारी एवं फार्म के माध्यम से पुलिस थानों पर मांगी जाती थी।मगर अब इस और ध्यान नहीं दिए जाने के कारण मकान मालिक भी सुस्त बैठे हैं कुछ वर्षों पूर्व सोडवा में एक ऐसे ही किराएदार जिसकी जानकारी मकान मालिक द्वारा नहीं मांगी और न पुलिस थाने में सूचना दी। किराएदार द्वारा एक नाबालिग के साथ दुराचार कर उसकी हत्या कर देने का सनसनीखेज घटना को अंजाम दिया और फरार हो गया जानकारी नहीं होने के कारण आज तक वह दुराचारी राक्षस पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। भगवान ना करे कहीं कोई अप्रिय घटना कर कोई किरायेदार भाग निकले तब क्या होगा। ऐसा हादसा ना हो इसलिए कस्बे में रह रहे घूम रहे नए चेहरों को पुलिस द्वारा सदन जांच की जाना जरूरी माना जा रहा है ताकि भविष्य के किसी अप्रिय हादसे से बचा जा सके।

वैसे तो एक जवान की ड्यूटी जमा रखी है जो कि कस्बे से आने-जाने एवं रह रहे लोगों की जानकारी रखता है फिर भी आप पत्रकारों ने इस ओर ध्यान दिलाया है तो अति शीघ्र सभी मकान मालिकों से किरायेदारों की जानकारी मगाऐगे। विकास कपीस, थाना प्रभारी  आम्बुआ