झाबुआ Live: आरपार हो गई गोली; किसने चलाई गोली और क्यो..? नही हो पाया खुलासा, पढ़े यह खबर..

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जितेंद्र राठौर। झकनावदा
बीती रात एक युवक की मौत बंदूक की गोली लगने से हो गई। अब यह गोली कैसे लगी और किसने चलाई यह पुलिस के लिए बहुत गहन जांच का विषय है। फायर की आवाज सुनकर ग्रामीणों में हडक़ंप मच गया और पूरे गांव में सनसनी फेल गई। परिजन युवक को हास्पीटल ले गए, लेकिन तब तक उसकी सांसे थम चुकी थी। इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चा है। पहले यह खबर आई थी कि अज्ञात हमलावरो ने युवक को गोली मारी, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। वहीं एक खबर यह भी सामने आई कि जो गोली उस युवक को लगी वह उसी की बंदूक से चली, जिससे उसकी मौत हो गई। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी हुई है, कि अगर गोली उसकी बंदूक से चली तो उसके पास यह बंदृूक आई कहां से और अगर किसी अज्ञात हमलावर ने गोली चलाई तो वह कौन थे उनकी युवक से क्या दुश्मनी थी, जिसके कारण उन्होनें इतना बड़ा कदम उठा लिया।
यह है पूरा मामला-
पुलिस के मुताबिक ग्राम धतुरिया में शनिवार देर रात को धतुरिया निवासी ईश्वर पिता श्रवण सोलंकी (30) अपने गांव में ही बस स्टैंड पर गैराज चलाता था। शनिवार रात बस स्टैंड गैरेज पर ताला लगाकर घर जाते समय बंदूक से चली गोली लग गई। गोली ईश्वर के पेट में लगी गोली चलने से वह गम्भीर घायल हो गया। जब यह खबर ग्रामवासियों को लगी तो हडक़म्प मच गया। घायल युवक पहले पेटलावद के अस्पताल लाया गया था। जहां से स्थिति गंभीर होने के कारण उसे रतलाम रेफर किया, लेकिन रतलाम से पेटलावद के बीच ही रास्ते में घायल की मौत हो गई।
फोरेंसिक टीम भी पहुंची घटनास्थल, तो मिला कट्टा-
घटना के बाद झाबुआ से फोरेसिंक टीम भी धतुरिया में घटनास्थल पर पहुंची। जहां उन्होनें कई बिंदुओ पर जांच की और जब उन्होनें दुकान की शटर खोली तो दुकान से देशी कट्टा बरामद हुआ। फिलहाल मामला संदिग्ध है। अभी इस बारे में कोई खुलासा नही हो पाया है कि वह कट्टा अगर उसका था तो क्या लाईसेंसी था या अवैध रूप से युवक के पास रखा था और अगर अवैध रूप से उसके पास था तो वह कट्टा कहां से उसके पास आया।
4 लोग उसके साथ थे-
सूत्रो से मिली जानकारी के मुताबिक ईश्वर के साथ 4 लोग और भी थे, जिन्हें इस कट्टे के बारे में पूर्णत: जानकारी थी। हालांकि वह कौन थे इसका पता अभी नही चल पाया है, लेकिन पुलिस का दावा है कि जल्द ही उन्हें पकडक़र उनसे पूछताछ की जाएगी।
भाई ने लगाया हत्या का आरोप-
ईश्वर सोलंकी के छोटे भाई पारस सोलंकी ने रतलाम जिला अस्पताल में झाबुआ Live को बताया कि ईश्वर का किसी से कोई विवाद नहीं था। उन्हें किसी पर शंका नहीं है। ईश्वर शनिवार रात 9 से 9.30 बजे के बीच गांव में स्थित अपना गैरेज बंद कर रहे थे। मैन गेट बंद कर दिया था और छोटा गेट खुला हुआ था। तभी किसी ने वहां पहुंचकर उनपर फायर कर दिया। गोली चलने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो ईश्वर गैरेज के अंदर लहुलूहान पड़ा मिला। इसी बीच कुछ लोगों ने आकर उन्हें घर पर सूचना दी। वे भी मौके पर पहुंचे और अन्य लोगों की मदद से ईश्वर को पेटलावद ले गए। वहां से जिला अस्पताल रेफर किया गया। रात करीब 12.30 बजे ईश्वर को जिला अस्पताल लाया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। रविवार दोपहर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया गया।
आरपार हो गई गोली, चार दिन पहले हुई थी चोरी-
ईश्वर को गोली बायी पसली में लगी है। गोली पेट के अंदर से होती हुई दायीं तरफ से बाहर निकल गई। ईश्वर का विवाह 10 साल पहले पास के ही गांव सेमरोल में रीनाबाई से हुआ था। उनका तीन वर्षीय बेटा तरुण है। पत्नी रीना इन दिनों गर्भवती है। छोटे भाई पारस ने बताया कि गैरेज में चार दिन पहले चोरी हुई थी। चोर मैने गेट का ताला तोडक़र आयल के डिब्बे, टायर, उधारी के हिसाब की डायरी, पाने आदि उपकरण चुराकर ले गए थे। दुकान पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम चल रहा था। पारस ने बताया कि भैय्या का गांव में किसी से कभी कोई विवाद नहीं हुआ। वे अपने काम से काम रखते थे। उन्हें किसने गोली मारी, पता नहीं।
मामला संदिग्ध है, जांच की जा रही है-
मामले को लेकर डीएसपी पूजा शर्मा द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि मामला संदिग्ध है, युवक को गोली लगी है, कैसे लगी है जिसको लेकर पूरी पुलिस मामले की जांच कर रही है अभी तक मामले को लेकर कुछ स्पष्ठ नही हो पाया है।