कोरोना की दूसरी लहर : कहीं लापरवाही भारी न पड़ जाए क्षेत्रवासियों को ….?

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मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ

 विगत महीनों में संक्रमण से आई कमी के कारण लोग कोरोना बीमारी की तरफ से बे-परवाह होते जा रहे हैं ।शायद यही कारण है कि जिले में अब पुनः कोरोना ने अपने पांव पसारने प्रारंभ कर दिए हैं जिस की रोकथाम के लिए प्रशासन को ही शक्ति भरे कदम उठाना पड़ सकता है।

कोरोना जो कि एक खतरनाक संक्रमित बीमारी है जिसके कारण विगत महीनों संपूर्ण देश परेशान रहा। शासन प्रशासन की सजगता के कारण बहुत अधिक इस पर काबू पाया गया लेकिन जैसे ही अनलॉक की प्रक्रिया प्रारंभ हुई नागरिकों एवं व्यापारी वर्ग इस ओर से बे-परवाह होता नजर आ रहा है ।शासन-प्रशासन की बार-बार की अपील के बाद बावजूद न तो मास्क का उपयोग अनिवार्य हो रहा है और ना ही दो गज की दूरी (सोशल डिस्टेंस) का पालन किया जा रहा है इधर साप्ताहिक हाट बाजार तथा बसों आदि का संचालन प्रारंभ हो जाने के कारण संक्रमण का खतरा और अधिक बढ़ गया है ।बाजारों में व्यापारी तथा ग्राहक तथा बसों आदि में चालक परिचालक तथा यात्री आदि भी कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं। इन सब की बे-परवाही के कारण क्षेत्र में कोरोना पुनः दस्तक देने लगा है मास्क नहीं पहने पर क्षेत्र में जुर्माना  का डर नहीं होने से संक्रमण का खतरा और अधिक बढ़ता जा रहा है प्रशासन को इस और शख्ती दिखाना जरूरी माना जा रहा है ताकि कोरोना की इस दूसरी लहर के असर को कम किया जा सके।