कांग्रेस ने इंदिराजी की 103वीं जयंती को एकता दिवस के रूप में मनाया

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विपुल पंचाल, झाबुआ
देश की महान नेता व पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इन्दिरा गांधी की 103 वीं जयंति जिला कांग्रेस द्वारा एकता दिवस के रूप में उत्साह के साथ मनाई गई। गोपाल कॉलोनी स्थित विधायक कार्यालय पर पूर्वाहन साढे 11.30 बजे आयोजित की गई। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप जिला कांगे्रस अध्यक्ष निर्मल मेहता एवं कार्यवाहक अध्यक्ष रूपसिंह डामोर विशेष रूप उपस्थित थे। सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा इन्दिराजी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात उपस्थित पदाधिकारियों एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इन्दिराजी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हे स्मरण किया ।इस अवसर पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता ने अपने उदबोधन में कहा कि देश की यशस्वी पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्व इन्दिरा गांधी एक महान नैत्री थी। उन्होने देश को आत्मनिर्भर बनाया और देश के स्वाभिमान के लिये तथा राष्ट्र के निर्माण मे महती भूमिका निभाई। उनके द्वारा किये गये कार्यो को देश कभी नही भूल पाएगा। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी का लंबा इतिहास रहा है। हर पार्टी मे उतार चढाव तो होते रहते है। कांग्रेस पार्टी का आधार स्तंभ मजबूत है। हम सब एकजुट होकर बिना किसी भेद भाव के मिल कर साम्प्रदायिक ताकतो से मुकाबला करना है।
जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष रूपसिंह डामोर ने कहा कि इन्दिराजी हमेशा आदिवासियों के विकास हेतु तत्पर रहती थीं। हम सब उसी पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता है जिसकों इंदिराजी ने अपने समस्त साथियों के सहयोग से खडा कर पूरे देश में कांग्रेस पार्टी का झंडा ऊंचा उठाया। शहर कांग्रेस अध्यक्ष गौरव सक्सेना ने इंदिरा जी को याद करते हुए कहा कि हमे इन्दिराजी के बताये मार्ग पर चल कर सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस को एकजुट होकर मजबूत करना यही हमारी इन्दिराजी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जिला कांग्रेस प्रवक्ता हर्ष भटट् ने इंदिरा जी जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 को प्रयागराज में हुआ था। माह जनवरी 1966 से मार्च 1977 वे इंदिराजी देश की प्रधानमंत्री रही। इसके बाद 1980 में वह दोबारा देश की प्रधानमंत्री बनी उन्हें प्रिय दर्शिनीय एवं देश की आयरन लेडी के नाम से पुकारा जाता है। उन्होंने बैंकों का राष्ट्रीयकरण, किया एवं प्रीवीपरस को भी समाप्त किया। उन्होंने हरित और श्वेत क्रांती को बढ़ावा दियाए परमाणु कार्य को कार्यक्रम बढ़ावा दिया। सन् 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्ध का ऐलान कर पाकिस्तान को करारी श्किस्त दी एवं नया बंलगादेश बनवाने में सहयोग दिया उन्होंने देश हित में अनेक साहिसिक कदम उठाकर देश के विकास में योगदान देकर देश को उन्नतशील राष्ट्र बनाने का कार्य भी किया गया । कार्यक्रम का संचालन जिला एनएसयुआई अध्यक्ष विनय भाबोर ने किया एवं आभार कांग्रेस नेता जितेन्द्र शाह ने माना इस अवसर पर वरिष्ठ कांगे्रस नेता नाथु भाई ठेकेदार, कालूसिंह रेहन्दा, प्रतिक मेहता, प्रकाश बामनिया, किलु भूरिया, रमेश भूरिया, प्रभु भाबोर ढेबर बड़ी, मुन्ना पंदा आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।