एक मंडप के नीचे दो दुल्हन से फेरे लिये युवक ने

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अलीराजपुर लाइव के लिऐ वसीम राजा की रिपोट॔ ॥IMG-20150530-WA0210

 

शादी का एक मंडप-एक ही दुल्हा लेकिन दुल्हन दो..है ना अचरच की बात। लेकिन यह सब हुआ है आदिवासी बहुल ” अलीराजपुर जिले मे जहाँ विगत 12 मई को “रतु पिता दशरिया” उम्र 23 साल अपनी दो प्रेमिकाओं के साथ शादी रचाई ओर एक ही मंडप मे सात फेरे लिऐ..। ओर इस अवसर पर समाज के सभी लोग भी मोजूद थी..दिलचस्प बात यह हे कि रतु की दोनो प्रेमिकाओ का एक ही नाम है ओर वह है “शर्मीला”..ओर बडी प्रेमिका उफ॔ पत्नी से उसके दो बच्चे ( एक लडका-एक लडकी ) भी है ।

दोनो को प्रेम के बाद भगाकर लाया था

अलीराजपुर शहर के ग्रामीण वाड॔ क्र-18 बोरखड मोहल्ला निवासी “रतु पिता दशरिया” को आज से करीब 3 साल पहले अलीराजपुर के ही “पलासदा” गांव की “शर्मिला” से “प्यार” हो गया था जिसके बाद वह उसे भगा लाया ओर अपने साथ पत्नी की तरह रखने लगा ओर उससे दो बच्चे भी हो गये । इसी बीच विगत वर्ष जब वह टेक्टर चला रहा था तभी एक अंजदा गांव की श्रमिक लडकी “शर्मीला” से भी उसे इश्क हो गया ओर वह उसे भी भगाकर घर ले आया ओर दोनो “शर्मीलाओ” को पत्नी की तरह ही रखने लगा .।

इसलिऐ की दोनो से एक साथ शादी

बोरखड के युवक रतु ने विगत 12 मई को एक ही मंडप मे दोनो “शर्मीला” नाम की अपनो प्रेमिकाओ से शादी रचा ली । आखिर वह शादी रचाने को मजबूर क्यो हुआ इसका जवाब देते हुऐ खुद रतु कहता है कि आदिवासी समाज मे सामाजिक रुप से तभी हमे तभी मान्यता मिल सकती थी जब मै शादी करता..क्योकि अभी तक तो सामाजिक काय॔क्रमों ओर रिती रिवाजों से उसे दूर रखा जाता था..आदिवासी समाज के पटेल मुकेश पटेल कहते है कि रतु को अब दोनो प्रेमिकाओ से विवाह के बाद सामाजिक मान्यता मिल जायेगी..॥

पत्नी बनकर खुश है दोनो प्रेमिकाऐ

रतु नामक युवक की पहले प्रेमिकाऐ बनी ओर अब एक ही मंडप मे एक साथ सात फेरे लेने वाली दोनो “शर्मीला” अब रतु की पत्नी बनकर खुश है पीटीआई से बातचीत मे दोनो ने बताया कि हम दोनो “सोतन” की तरह नही बल्कि “बहनो” की तरह मिल जुलकर रहती है । किसी से कोई शिकायत नही है ओर पति दोनो को समान भाव से रखता है ओर कोई भेदभाव नही करता ..।

 

यह कहते है जानकार–

-इस तरह के विवाहों पर जानकार कहते है कि कानूनन तो यह सही नहीं है लेकिन अगर सामाजिक मान्यता ओर दोनो प्रेमिकाओं की सहमति है ओर कोई शिकायत नही है तो कानून चाहकर भी कुछ नही कर सकता । अभिभाषक राजेश वाघेला कहते है कि हिंदू विवाह अधिनियम के तहत इस तरह के विवाह गैर कानूनी है लेकिन अधिसूचित इलाको मे शिक्षा ओर जनचेतना के अभाव मे इस तरह के विवाह कभी कभी देखने को मिल जाते है ।