श्रावण के अंतिम सोमवार को बैंड बाजों के साथ नगर भ्रमण पर निकले शिवजी

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मयंक विश्वकर्मा@आम्बुआ

वर्ष के बारह महीनों में सबसे पवित्र माह जो कि भगवान भोलेनाथ त्रिकालदर्शी, कैलाश वासी, उमापति, भूतभावन,  देवों के देव महादेव को सर्वाधिक प्रिय सावन माह  है उसमें भी सोमवार का विशेष महत्व होता है। 8 अगस्त को सावन माह का अंतिम सोमवार को भूत भावन शिव शंकर कस्बा भ्रमण पर बैंड बाजों के साथ निकले।

सावन माह का अंतिम सोमवार को शिवालयों में सुबह से ही भारी भीड़ रही। आम्बुआ स्थित हथिनेश्वर महादेव मंदिर में सावन माह का उपवास करने वाले मनसा महादेव के व्रत धारी तथा पशुपतिनाथ व्रत करने वालों के साथ ही पूजा-अर्चना करने वालों का तांता लगा रहा। भगवान को प्रिय बिलपत्र, धतूरा, आंकड़ा, फूल, समीपत्र आदि अनेक पूजन सामग्री के साथ ही पंचामृत, दूध, गंगाजल, शहद तथा इत्र से भोले बाबा का पूजन अभिषेक किया गया।

शाम के समय बैंड बाजों के साथ हर-हर महादेव के जयकारों भजनों के साथ शिव भक्तों ने भोले शंकर की शानदार सवारी निकाली। भजनों के साथ झूमते शिव भक्तों ने मस्ती के साथ मंदिर से लेकर पूरे कस्बे में घुमाते हुए पुनः शंकर मंदिर प्रांगण में पहुंचकर वहां पुजारी शंकर लाल पारीख द्वारा पूजा अर्चना कर आरती की गई तथा महा प्रसादी के रूप में फलाहारी खिचड़ी फल तथा मिठाई आदि का वितरण किया गया।