आरएसएस के विशाल पथ संचलन में नगर में कदमताल करते निकले स्वयंसेवक, पुष्पवर्षा कर नागरिकों ने किया स्वागत

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अर्पित चोपड़ा, खवासा

आज खवासा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विशाल ऐतिहासिक पथ संचलन निकाला गया। खवासा में पहली बार इस ऐतिहासिक स्वरूप में निकले पथ संचलन में क्षेत्रभर से 400 से अधिक स्वयंसेवकों ने सहभागिता की। पथ संचलन कन्या स्कूल परिसर से शुरू हुआ जो पूरे कस्बे का भ्रमण करते हुए पुनः स्कूल परिसर पहुंचकर सम्पन्न हुआ। इस ऐतिहासिक पथ संचलन का ग्रामवासियों ने जगह जगह फूलों से स्वागत किया। 400 से अधिक स्वयंसेवक होने के बावजूद पूर्णतः अनुशासित तरीके के निकले पथ संचलन को देख कोई भी बिना तारीफ किए नहीं रह सका। पथसंचलन शुरू होने के पूर्व कन्या स्कूल परिसर में स्वयंसेवकों को संघ पदाधिकारियों ने संबोधित किया। इस दौरान जिला कार्यवाह एवं मुख्य वक्ता आकाश चौहान, विशेष अतिथि जनजाति संत रामानंद जी महाराज (राजू जी सिंगाड) अध्यक्षता मंडल प्रमुख जगदीश दरबोडिया ने मंचासीन होकर की। जिला कार्यवाह आकाश चौहान ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि संघ विश्व का सबसे बड़ा और अनुशासित संगठन है। इसकी ताल देश ही नहीं वरन विदेशों में भी ठोकी जाती है। संघ की स्थापना डॉ हेडगेवार ने 4 बच्चों को शामिल कर की थी। इस संगठन का उद्देश्य भारत माता को विश्व गुरु बनाना हैं। कार्यक्रम की शुरुआत में संघ का केशरिया ध्वज लहराया गया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खंड एवं जिले के पदाधिकारी उपस्थित रहे।

दिखा अभूतपूर्व उत्साह
पहली बार निकले गए इतने विशाल पथ संचलन को लेकर ग्रामवासियों में अभूतपूर्व उत्साह दिखाई दिया। राष्ट्रीयता की भावना से ओतप्रोत कई लोग जाति, पंथ और पार्टी पॉलिटिक्स से ऊपर उठकर पथ संचलन में शामिल हुए। कार्यक्रम के पहले पूरे कस्बे को केशरिया ध्वज से सजाया गया था। पथ संचलन में शामिल हुए बाल स्वयंसेवक आकर्षक का केंद्र बने रहे। मात्र 5-6 वर्ष के स्वयंसेवकों ने पथ संचलन में भाग लिया। राष्ट्रीयता की भावना से ओतप्रोत कई युवाओं ने पहली बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़कर पथ संचलन में भाग लिया। इस दौरान थाना थांदला टीआई कौशल्या चौहान और खवासा चौकी प्रभारी रज्जन सिंह गणावा पूरे दलबल के साथ मुस्तैद रहे।