मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ
कस्बे में शारदीय नवरात्र की नौ दिनों तक धूमधाम रही नौ दिनों तक नौ देवियों की पूजा आराधना उपवास तथा गरबा पांडालों में गरबा खेले जाकर नौवे दिवस यज्ञ आदि किए गए तथा दशमी तिथि को जवारों तथा नवदुर्गा की मूर्तियों के विसर्जन उपरांत बुराई के प्रतीक रावण के पुतले का दहन किया जाकर दशहरे की शुभकामनाएं दी गई।
