आधार कार्ड सेंटर बंद होने से ग्रामीण परेशान

- Advertisement -

मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ
आम्बुआ कस्बे में विगत वर्षों में निजी आधार कार्ड केंद्रो पर आधार कार्ड बनाए जाते थे फिर यहां बंद कर दिए गए मगर अभी दो माह पूर्व पुन: एक निजी आधार सेंटर पर आधार बनने लगे थे जिस कारण लोगों ने राहत महसूस की मगर यहां पर भी 1 हफ्ते पूर्व आधार कार्ड बनना बंद हो जाने के कारण पुन: परेशानी खड़ी हो गई। जानकारी के अनुसार निजी तथा शासकीय कार्यों में आधार कार्ड अनिवार्य हो जाने के कारण उनकी जरूरत बढ़ गई है। आम्बुआ कस्बे में तीन निजी कियोस्क सेंटर पर आधार विगत वर्ष बन रहे थे फिर शासन के आदेशानुसार बंद कर दिए गए जिस कारण आधार कार्ड बनाने के लिए भाबरा 18 किमी, जोबट 16 किमी अलीराजपुर 19 किलोमीटर दूर जाना पड़ रहा था लेकिन 2 माह पूर्व यहां पर नजमी कंप्यूटर सेंटर से आधार कार्ड बनना प्रारंभ हुए तथा 1 सप्ताह पूर्व यहां पर भी पुन: आधार कार्ड बनना बंद कर दिए जाने से परेशानी बढ़ रही है।
सुधार व नए बनाने में परेशानी
बच्चों तथा बड़ों के भी आधार कार्ड नहीं बने थे या पूर्व में आधार कार्ड सेंटर की गलतियों के कारण त्रुटि पूर्ण बन गए थे उन्हें सुधारने हेतु कार्ड धारक परेशान हो रहे हैं उन्हें दौड़ भाग करना पड़ रहा है। आधार बनाने हेतु नियमों में भी इतनी जटिलता कर दी गई है कि एक आम या खास कोई भी इनकी पुर्ती आसानी से नहीं कर पा रहा है।

बैंक खातों तथा बच्चों को स्कूल में भर्ती में परेशानी
इन दिनों शासकीय अनुदान या अन्य राशि सीधे खातों में जमा होने के कारण खाता खोलना पड़ रहा है बैंक बगैर आधार कार्ड के खाता नहीं खोल रही है जिस कारण लोग परेशान है इधर स्कूलों में प्रवेश जाति प्रमाण पत्र आय प्रमाण पत्र निवासी तथा जन्म प्रमाण पत्र आदि के लिए आधार जरूरी कर देने से बच्चों को स्कूलों में प्रवेश नहीं मिल पाने के कारण पालक परेशान है। लोगों की मांग है कि ग्रामीण क्षेत्रों में आधार सेंटर की स्थापना की जाए ताकि लोगों की परेशानी दूर हो सके। आंबुआ कस्बे के आसपास कई ग्रामीण क्षेत्रों का जुड़ाव है इसलिए यहां एक नहीं दो तीन आधार सेंटरों की मंजूरी देना चाहिए।
)