भाजपा ने फर्जी मतदान के लिए अपने कार्यकर्ताओं पर बढ़ाया दबाव: कांग्रेस

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image00झाबुआ। रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव को इंदौरी स्टाइल एवं प्रशासन के दुरूपयोग की मदद से आसानी से जीत लेने का इरादा लेकर चली भारतीय जनता पार्टी मतदान के एक सप्ताह पूर्व ही घोर निराशा के दलदल मे फंसी हुई दिखाई दे रही है, क्योंकि चुनाव जीतने की उसकी सारी जांची-परखी-कामयाब रणनीतियां पूरी तरह फेल हो चुकी है। मतदाताओं ने भाजपा की आम सभाओं और उसके जनसंपर्क कार्यक्रमों के समय जो नकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, उससे पार्टी का शीर्ष नेतृत्व एकदम हड़बड़ा उठा है। भाजपा की चुनावी तैयारियों पर समीक्षात्मक टिप्पणी करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष निर्मल मेहता, कार्यवाहक अध्यक्ष कलावती भूरिया एवं प्रवक्ता द्वय आचार्य नामदेव एवं हर्ष भट्ट ने आज जारी बयान में कहा है कि इस स्थिति के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चोहान को मजबूर होकर 13 से 19 नवंबर तक भोपाल में सारा राज-काज और जनहित के सब काम छोड़ कर संसदीय क्षेत्र में ही डेरा डालना पड़ा है। इसके अलावा राज्य सरकार के ’’अमीर’’ विभागों के एक दर्जन मंत्री, 20 सांसद एवं करीब 60 पार्टी विधायक चुनावी मोर्चे पर तैनात किए गए हैं। प्रदेश के इतिहास की यह पहली घटना है जब किसी उपचुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी को इतना जबरदस्त फौज को मैदान में उतारना पड़ा है।

कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा – ‘‘सावधान रहो’’

कांग्रेस नेताओं ने बयान में आगे कहा है कि संसदीय क्षेत्र के तीनो जिलों से इन दिनों जो सूचनाएं मिल रही हैं, उनके अनुसार मुख्यमंत्री की चुनाव सभाएं केवल दिखावा मात्र बनकर रह गई हंै। इन सभाओं में वे अपनी दस साल की वास्तविक उपलब्धियों को गिनाने की बजाए धड़ाधड़ करोड़ो-अरबो की नई-नई घोषणाएं कर रहें है जो कि उनको हास्यास्पद बना रही है क्योंकि मतदाता जानते है कि पिछले वर्षों में उन्होने जो घोषणाएं की थी वे अभी तक जमीन पर नहीं उतरी हंै। मंत्रीगण जिस ’’गोपनीय कार्य’’ के लिए पढ़ाव डाले हुए है उसका सच भी अब सार्वजनिक हो चुका है और कांग्रेस ने मुख्य चुनाव आयुक्त से इस बारे मे शिकायत भी की है। कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भाजपा को जिन रणनीतियों ने आशा से अधिक जीत दिलवाई थी, उनके बेअसर हो जाने से भाजपा के भीतर ऊपर से नीचे तक भारी हडकंप मचा हुआ है। यह उपचुनाव चूंकि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चोहान के राजनीतिक भविष्य की दिशाएं तय करेगा इसलिए अब भाजपा ने 21 नवंबर को अधिक से अधिक फर्जी मतदान पर अपना सारा ध्यान केन्द्रित कर दिया है। ऐसी चर्चा है कि अगले तीन दिनों में पार्टी इसी दिशा में काम करेगी। भाजपा के जिन कार्यकर्ताओं को मतदान केन्द्रों पर लगाया जा रहा है और जिन्हें मतदाताओ को घरों से निकालने की जवाबदारी सोंपी गई है उनको सख्त लहजे में ताकीद की गई है कि वे 21 नवंबर को फर्जी मतदान पर अपना जोर लगाएं, जिससे कि पार्टी को पराजय की फजीहत से बचाया जा सके। कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया और उनके चुनाव संचालक शांतिलाल पडियार ने बताया है कि कांग्रेस ने भी तीनों जिलों के अपने कार्यकर्ताओं को भाजपा की ताजा व्यूह रचना के संबंध में आगाह कर दिया है और उनसे कहा है कि बीएलओ द्वारा मतदाताओ को घर-घर पर्ची वितरण में भी वे साथ रहे जिससे कि पर्ची वितरण की सरकारी व्यवस्था का भाजपा कोई दुरूपयोग न कर सके। इसके अलावा पार्टी की बूथ कमेटियों को भी इस संबंध में सतर्क कर दिया गया है। कांग्रेस के चुनाव संचालक ने जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर, झाबुआ के अलावा रतलाम एवं अलीराजपुर जिले के कलेक्टरो से भी फर्जी मतदान को रौकने हेतु माकूल प्रशासनिक प्रबंध करने का अनुरोध किया है।

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