झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट।
भारतीय जनता पार्टी ने केन्द्र सरकार में सत्ता हासिल करने के बाद इस देश की जनता के साथ धोखा किया है। उन्होने जनता से किए गऐ किसी भी वादे को पूरा नही किया। युवा वर्ग को रोजगार का वादा हो या कृषकों को कृषि सुविधा अथवा मजदूरो को पर्याप्त रोजगार की बात हो। उक्त बात जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने रतलाम-झाबुआ लोकसभा उपचुनाव मे सात दलों के संयुक्त उम्मीदवार विजय हादी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुऐ कही। श्री यादव ने कहा कि देश से मंहगाई समाप्त करने का वादा करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राज में इतिहास मे सबसे ज्यादा मंहगाई बढी है। सबका साथ सबका विकास का वादा करने वाली भाजपा ने देश का विनाश कर दिया है। उन्होने कहा कि दो करोड़ युवाओं को प्रतिवर्ष नोकरी देने का वादा किया था परंतु युवा वर्गो से छलकपट कर उनके वोटो से सत्ता हथियाली और वे बेरोजगार घूम रहे है। इसी तरह मजदूर वर्ग, आदिवासी वर्ग का रोजगार छीन लिया वे आज घर-बार छोड़ दूसरे प्रदेशो मे रोजगार हेतु पलायन कर रहे है। बिहार मे हमने भाजपा व नरेन्द्र मोदी के चेहरे से झूठ का नकाब उतार दिया है अब यहां का आदिवासी वर्ग भी इन्हे सबक सीखा दो। यादव ने संयुक्त उम्मीदवार विजय हादी के पक्ष मे मतदान करने की अपील की।
नकली मामा – शरद यादव ने प्रदेश की शिवराजसिंह सरकार पर भी हमला बोलते हुए कहा कि आदिवासियो का असली मामा तो मामा बालेश्वर दयाल थे जो अब नही रह। उन्होने आदिवासी वर्ग को जागरूक बनाने, उनका उत्थान करने हेतु पूरा जीवन बामनिया आश्रम की एक कोठरी मे गुजार दिया। उन्होने कहा कि शिवराजसिंह चोहान नकली मामा बनकर गरीबों को मूर्ख बना रहा है। प्रदेश मे व्यापमं घोटाला कर प्रदेश के हजारो गरिब नौजवानों के जीवन से खिलवाड़ किया है। शिवराजसिंह चोहान ने नकली मामा बनकर असली मामा के सपने को चूर-चूर कर दिया है, अपना ईमान बेच दिया है। प्रदेश मे सर्वाधिक भ्रष्ट्राचार हो रहा है। श्री यादव ने कहा कि कांग्रेस व भाजपा दोनो एक ही सिक्के के दो पहलु है। सभा को उम्मीदवार विजय हादी ने संबोधित कर जनता से क्षेत्र के विकास हेतु मनरूपी आशीर्वाद की अपील की। सभा को जनता दल के प्रदेश स्तरीय नेता हरिओम सूर्यवंशी, गोविंद गोयल आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम मे बड़ी संख्या मे ग्रामीणजनो ने भाग लिया। संचालन गोविंद यादव ने तथा आभार जिलाध्यक्ष तौलसिंह भूरिया ने माना।