झाबुआ / अलीराजपुर लाइव डेस्क ।
आम लोगों जब एक दूसरे से मिलते हैं तो नमस्ते बोलकर सिर झुकाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि नमस्ते का क्या मतलब होता है। हम लोग नमस्ते तो करते हैं, लेकिन इसका मतलब हमें नहीं पता होता। हम आपको बताते हैं नमस्ते का मतलब नमस्ते या नमस्कार को संस्कृत में विच्छेद करें तो हम पाएंगे की नमस्ते दो शब्दों से बना है नमः + अस्ते। नमः का मतलब होता है झुक गया और असते मतलब सर( अहंकार या अभिमान से भरा) यानि मेरा अहंकार से भरा सिर आपके सामने झुक गया।
नम: का एक और अर्थ हो सकता है जो है न + में यानी की मेरा नहीं सब कुछ आपका। आध्यात्म की दृष्टि से इसमें मनुष्य दूसरे मनुष्य के सामने अपने अंहकार को कम कर रहा है। नमस्ते करते समय में दोनों हाथों को जोड़कर एक कर दिया जाता है जिसका अर्थ है की इस अभिवादन के बाद दोनों व्यक्ति के दिमाग मिल गए या एक दिशा में हो गए।