पीयूष चन्देल, अलीराजपुर
कल झाबुआ अलीराजपुर लाइव के पोर्टल पर खण्ड शिक्षा अधिकारी उदयगढ़ द्वारा शिक्षको के वेतन रोकने के आदेश जारी करने संबंधित खबर प्रकाशित की गई थी, जिस पर अपना पक्ष रखते हुए खण्ड शिक्षा अधिकारी उदयगढ़ रीता डावर ने बताया कि विगत दिनों क्षेत्र में ऐसे कुछ प्रकरण सामने आए है, जिसके कारण उक्त आदेश जारी किया गया। श्रीमती डावर ने बताया कि विगत दिनों उदयगढ़ के एक जन शिक्षक बिना अवकाश स्वीकृत करवाये तथा मुख्यालय छोड़ने की अनुमति लिए बिना क्षेत्र से बाहर गए थे, और कोरोना संक्रमित हो गए थे, जिसके कारण जिला प्रशासन व अन्य लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ा था। वर्तमान में भी मेरी जानकारी में आया है, की होली फलिया, हरदासपुर विकासखंड उदयगढ़ के एक शिक्षक 20 मार्च से ही बिना सूचना दिए अपने गृह नगर उत्तरप्रदेश चले गए है।
श्रीमती डावर ने ये भी बताया कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत उदयगढ़ के प्रशासनिक नियंत्रण के अधिकारी कर्मचारियों का वेतन आहरण खंड शिक्षा उदयगढ़ के डीडीओ से प्राप्त होता है, तथा उनका उपस्थिति पत्रक माह के अंतिम कार्य दिवस तक मेरे कार्यालय में पहुंचा दिया जाता रहा है, परंतु माह अप्रैल का उपस्थिति पत्रक 3 मई तक कार्यालय में ना आने से पत्र द्वारा उपस्थिति पत्रक चाहा गया ताकि कर्मचारी / अधिकारी का वेतन भुगतान किया जा सके। डावर ने बताया तेरसिंह अलावा ज.प. उदयगढ़ में वि.ख. अधिकारी के पद पर कार्यरत थे, और मुझे अपुष्ट खबरों से पता चला हैं, कि 24 अप्रैल 2020 को उनका निधन हो जाने से उनका मृत्यु प्रमाण पत्र भी मुख्य कार्यपालन अधिकारी से चाहा गया था, तथा और कोई कर्मचारी/ अधिकारी मेडिकल अवकाश पर हो तो संबंधित का चिकित्सा प्रमाण पत्र भी चाहा गया था। जो अभी तक अप्राप्त है।
इसके अतिरिक्त श्रीमती रईशा शेख, श्री राजू धानक व श्री मानसिंह वास्कले के नो वर्क नो पे के आदेश मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा किये गये थे, जिसकी आगामी कार्यवाही भी उन्हें ही करना है। इस प्रकार की जानकारी संज्ञान में आने पर खण्ड शिक्षा कार्यालय उदयगढ़ से पत्र जारी कर समस्त संकुल प्राचार्य, खण्ड स्त्रोत समन्वयक, तथा समस्त जन शिक्षक से जानकारी चाही गयी कि कितने कर्मचारी/अधिकारी मुख्यालय व निवास स्थान पर है व कितने कर्मचारी मेडिकल अवकाश पर है। व्हाट्सएप पर स्वयं द्वारा प्रमाणित प्रमाण पत्र लेकर इस कार्यालय को भेजे ताकि वेतन आहरण व भुगतान में कोई त्रुटि ना हो।
कोरोना संक्रमण की महामारी को ध्यान में रखते हुए व प्रदेश से बाहर जाने पर कोई अनहोनी का शिकार हो जाने की दशा में वेतन आहरण कर संबंधित को भुगतान किये जाने से मेरा कार्यालय अनियमितता की श्रेणी में ना आवे इस हेतु वेतन आहरण से पूर्व प्रमाण पत्र चाहा गया था, ना कि किसी का वेतन रोकने का आदेश दिया गया था।
जनशिक्षकों द्वारा व्हाट्सएप पर प्रमाण पत्र लेकर इस कार्यालय को अवगत कराया गया है। जो कर्मचारी / अधिकारी बिना सूचना व बिना अनुमति के बाहर गए है, उनकी जानकारी आवश्यक कार्यवाही के लिए प्रथक से वरिष्ठ कार्यालय को भेजी जा रही है।
उक्त सभी प्रकरणों को ध्यान में रखते हुए खण्ड शिक्षा कार्यालय द्वारा दिनांक 04/05/2020 को पत्र जारी कर प्रमाण पत्र चाहे गये, जिससे समस्त अधिकारी/ कर्मचारी के वेतन आहरण व भुगतान में कोई त्रुटि, अनियमितता या परेशानी ना हो।