मयंक विश्वकर्मा@आम्बुआ
समाज का आईना कहे जाने वाले तथा प्रजातंत्र के चौथे स्तंभ कहे जाने वाले जब समाज को आईना दिखाते हैं उसकी गलतियों को उजागर करते हैं तो ऐसे समाज के ठेकेदारी का लबादा ओढ़ बैठे लोग मीडिया पर आरोप लगाने से नहीं चूक रहे हैं।संपूर्ण देश में कोरोना बचाव हेतु जनता की सुरक्षा के लिए लॉक डाउन लगा हुआ है जिसे गरीब जनता छोटे-छोटे रोज कमा कर खाने वाले व्यवसाई मजदूर आदि मान कर घरों में बैठे हैं । मगर कतिपय धन्नासेठ कहे जानेवाले जिसके पास अकूत संपत्ति होगी मगर एक-दो माह के लॉक डाउन में भी उनकी स्थिति खराब होती नजर आ रही है और वे समय- असमय लॉक डाउन तोड़ अपना धंधा चमकाने में लग रहे हैं। जब प्रशासन को समाचारों के माध्यम से इनकी करतूत पता चलती है तथा प्रशासन सख्त होता है तो यह मीडिया पर अपनी भड़ास निकालते देखें सुने जा सकते हैं।
वर्तमान समय बहुत ही कठिन दौड़ का समय है। विश्व पटल के साथ-साथ संपूर्ण भारत तथा मध्य प्रदेश में कोरोना का संकट गहराता जा रहा है। प्रदेश के उज्जैन इंदौर भोपाल धार बड़वानी में हा हा कार मचा हुआ है ।हमारे अलीराजपुर जिले में भी तीन पॉजिटिव केश निकलने से संपूर्ण जिले में हड़कंप मचा है शासन-प्रशासन द्वारा लोक डाउन 2.0 सख्ति के साथ पालन कराने का प्रयास किया जा रहा है ।आम्बुआ में भी प्रशासन के सख्त निर्देश का पालन पुलिस विभाग तथा राजस्व विभाग द्वारा कराए जाने का प्रयास किया जा रहा है ।मगर कुछ लोग ऐसे जन हितेषी प्रयासों को पलीता लगाने पर तुले हैं कुछ व्यवसाय खुलेआम या चोर दरवाजे से धंधे में जुटे होकर लॉक डाउन का मजाक उड़ा रहे इससे एसे कृत्यो के समाचार जब जागरूक पत्रकार समाज हित में उजागर करते हैं तो कतिपय विध्न संतोषी पत्रकारों को भला बुरा कहते हुए आरोप लगा रहे हैं कि वे जिला प्रशासन को समाचार तथा फोटो भेज रहे अप्रत्यक्ष रूप से धमकी दी जा रही है ।समाज को बीमारी से बचाने का प्रयास केवल पत्रकारों का नहीं है फिर भी वे स्वयं जोखिम उठाकर गहराई तक जाकर समाचार एकत्र कर प्रशासन तक पहुंचाने का प्रयास करते हैं मीडिया की आलोचना करने वाले धमकाने का प्रयास करने वाले ऐसे तत्वों की पत्रकार संघ घोर निंदा करते हुए अपनी समाज सेवा के कार्य को पूरी ईमानदारी निष्ठा के साथ जारी रखने के लिए संकल्पित है तथा किसी की धमकी का कलम के माध्यम से जमकर मुकाबला करेगा।