विपुल पंचाल@झाबुआ
आज देश में जिस प्रकार एक वैश्विक बीमारी कोरोना वायरस फैल रहा है। महामारी के चलते जब किसी को अपने घल से निकलना नहीं है आना जाना नहीं है कोई बाहर न निकले । एसा जनजागरण आवश्यक है।इसके परिपालन के साथ कुछ चुनौतियां भी सामने आई है, जिसे स्वयंसेवकों तथा सेवाभारती द्वारा बस्ती में सीधा संवाद कर समाज के सहयोग व प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुवे हल किया जा रहा है। हर तहसील (खंड) में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा पावर सेंटर बनाए गए है ,जिसमें हेल्पलाइन नंबर जारी किए है।उस नबर पर सूचना आते ही संघ का तंत्र एक्टिव हो जाता है। इस चुनौती को समाप्त करने का प्रयास करता है। एसे ही पूरे खंड में ये व्यवस्था नियमित चल रही है।इसी व्यवस्था के अंतर्गत समाज के उस वर्ग तक भोजन पहुंचाना जो एसे समय भोजन की व्यवस्था परिवार के लिए नहीं कर पा रहे है। उनकी व्यवस्था भी स्वयंसेवक कर रहे है।संघ के स्वयंसेवक “सभी घर पर ही रहे”। इस के लिए पूरे जिले में प्रयास कर रहे है। किसी परिवार में दवाइयां की आवश्यकता हो या अस्वस्थता हो तो भी उस समय पूर्ण रूप से उनको हर चिकित्सीय सुविधा प्रदान कराई जा रही है। समाचार पत्रों या सोशल मीडिया के माध्यम से भी कोई भी चुनौती की जानकारी प्राप्त हो रही है तो संघ के स्वयंसेवक प्रशासन द्वारा दी गई गाइड लाइन को समाज तक उतारने का प्रयास कर रहा है। उक्त जानकारी देते हुए जिला प्रचार प्रमुख विकास जोशी ने बताया कि कई स्थानो पर स्वयंसेवकों के माध्यम से मास्क और सेनेटाइजर की भी परिवार तक व्यवस्था कराई जा रही है। संघ के स्वयंसेवको का हर गांव व मोहल्ले तक फैला नेटवर्क इस संकट की घड़ी में समाज के साथ खड़ा है। जिले में रहने वाले घुमक्कड़ जाती के परिवार हो, लाकड़ाऊन के कारण जिले में कोई बाहरी व्यक्ति फस गया हो,आदि आदि सभी प्रकार के लोगों की पहचान कर उन तक उन्हीं बस्ती, मोहल्ले में रहने वाले स्वयंसेवकों के माध्यम से मदद पहुंचाई जा रही है। बन्द को देखते हुवे समाज का इस हेतु मन बनाते हुवे प्रशासन के सभी नियमो का पालन करने हेतु समाज जागरण के कार्य में सभी स्वयंसेवक निरन्तर अपना योगदान दे रहे है।