मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ
शांति का पर्याय रहा आम्बुआ कस्बा अपनी छवि को बरकरार रखे हुए हैं। राम जन्मभूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के दिन से लेकर दूसरे दिवस भी यहां शांति कायम रही मुस्लिम जमात ने मिलादुन्नबी का त्यौहार सादगी से मनाया। पुलिस इन दिनों चाक-चौबंद है कस्बे की दोनों शराब की दुकान में भी प्रशासन ने बंद करा रखी है प्रशासन की ओर से कार्यपालिक मजिस्ट्रेट शशांक दुबे 2 दिनों से यहां स्वयं पुलिस प्रशासन के साथ निगरानी पर डटे हुए हैं। 09/11/19 को सुप्रीम कोर्ट के राम जन्मभूमि विवाद के फैसले के बाद आंबुआ तथा आसपास के क्षेत्र में शांति बनाए रखने हेतु जहां प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद बना हुआ है। वहीं क्षेत्र के सभी धर्मों के नागरिक भी आपसी भाईचारा तथा सौहार्द पूर्व वातावरण बनाए हुए हैं ।आज मुस्लिम समाज का मिलादुन्नबी का त्यौहार था जिसे वे धूमधाम से मनाते रहे ।मगर इस बार स्थिति की नजाकत को समझते हुए सभी समाज जनों ने त्यौहार को शांतिपूर्वक तथा सादगी पूर्वक तरीके से मनाया। मिलादुन्नबी की मुबारकबाद हिंदू भाइयों ने मुस्लिम भाइयों के गले मिलकर दी कस्बे में शांति बनी रहे। इसलिए देशी तथा अंग्रेजी शराब की दुकानें भी 2 दिनों से बन रखी गई है ताकि नशा कर कोई अशांति न फैला सके साथ ही शराब के अड्डों पर भीड़भाड़ एकत्र न हो ताकि धारा 144 का उल्लंघन न हो संपूर्ण स्थिति पर कार्यपालिक मजिस्ट्रेट
शशांक दुबे थाना प्रभारी विकास कपीस सतर्कता पूर्वक नजर रखें होकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस व्यवस्था की गई है इस बार चौकीदारों को भी विशेष सहयोगी के तौर पर तैनात किया गया है।
आम्बुआ में सांप्रदायिक एकता की मिसाल कायम है शांति बनाए रखने में सभी का बेहतर सहयोग मिल रहा है जो कि तारीफ ए काबिल है प्रशासन ऐसी ही सहयोग की अपेक्षा करता है तथा अपनी ओर से भी पूर्ण सहयोग कर रहा है। विकास कपीस, थाना प्रभारी आम्बुआ
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