टेमाची झीरण मार्ग में हथनी नदी पर बना पुल बाढ़ से क्षतिग्रस्त कई गांवों का मुख्यालय से संपर्क टूटा

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मयंक विश्वकर्मा@आम्बुआ

आम्बुआ कस्बे ने से लगभग 6-7 किलोमीटर दूर टेमाची झीरण मार्ग में हथिनी नदी पर बने फूल की बाढ़ से हुई क्षति का समाचार प्राप्त हुआ हे नदी की बाढ़ में ग्रामीणों की फसलें बरबाद होने के समाचार है । पुल क्षति ग्रस्त हो जाने के कारण कई ग्रामीण क्षेत्रों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूटा तथा बीमारो की आफ़त आ गई।क्योंकि जिंहें दाहोद गुजरात इलाज कराना है वह भी नहीं जा पा रहे हैं बताते हैं कि समाचार लिखे जाने तक कोई भी अधिकारी यहां सुध लेने नहीं पहुंचा था।विगत दिनों हुई झमाझम बारिश तथा क्षेत्र के नदी नालो में आई बाढ़ से हुई हानि के समाचार जैसे-जैसे मौसम साफ होता जा रहा है ग्रामीण क्षेत्रों से सूचनाएं आने लगी है। इसी कडी में 9 अगस्त को तेज वर्षा के कारण हथिनी नदी में आई भिषण बाढ़ में ग्रामीण क्षेत्र टेमाची झिरण पर सेतुनिगम द्वारा निर्मित पुल के एक छोर पर रेट मिट्टी का अंबार लग गया तो एक छोर की सड़क उखड़ कर पुल के पास तीन-चार फीट गहरा गड्ढा हो गया।जिस कारण पुल पर यातायात ठप है। केवल पैदल ही पार किया जा सकता है दो पहिया तथा चार पहिया वाहन नहीं निकल पाने के कारण झीरण, बढ़ा इटारा, किलाना, जवास, आदि अनेक गांव के साथ-साथ क्षेत्रीय विधायक सुश्री कलावती भूरिया के ग्रह ग्राम मोरडुडिया का संपर्क भी उन लोगों के लिए कट गया जो झीरन होकर कम दूरी के मार्ग से जाते थे।हमारे संवाददाता को झीरण निवासी बबलू रावत, सेवानिवृत्त शिक्षक श्री टैगोर, टेमाची के सरपंच जगत सिंह कनेश, भा.ज.पा कार्यकर्ता प्रेमसिंह कनेश ने बताया की पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने से जिला मुख्यालय अलीराजपुर, गुजरात के दाहोद, आजाद नगर आदि का संपर्क टूट गया है ।मजदूर, नौकरी पेशा व्यापारी तथा विद्यार्थियों की अलीराजपुर, आजाद नगर ,जोबट अध्ययन हेतु जाते हैं उन्हें भारी परेशानी हो रही है हमारे आम्बुआ संवाददाता को पूर्व सरपंच भूरसिंह, जागडिया, झेतरसिंह, इंदरसिंह, तेरसिंह, हाबलासिंह आदि अनेक ग्रामीण ने बताया कि बाढ़ से अनेक खेतों की खड़ी सोयाबीन, मक्का, मूंगफली, ज्वार, बाजरा, तथा उड़द फसलों को भारी नुकसान हुआ है समाचार लिखे जाने तक कोई भी जवाबदार अधिकारी ग्रामीणों की सुध लेने नहीं पहुंचा था।

 

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