झाबुआ लाइव के लिए खवासा से अर्पित चोपड़ा की रिपोर्ट
तेजा दशमी हर्षोल्लास के साथ मनाई गई । स्थानीय सत्यवीर तेजाजी महाराज मंदिर पर हजारों भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी । सुबह जुलुस निकाला गया जो पुरे ग्राम का भ्रमण करते हुए बामनिया रोड स्थित तेजाजी मंदिर पहुंचा जहाँ दिनभर तांती छोड़ने का कार्य चलता रहा ।
नहीं चढ़ता जहर
पुरे क्षेत्रभर में प्राचीन मान्यता है कि किसी भी जिव चाहे वो मनुष्य हो या मवेशी को सांप काटने पर सत्यवीर तेजाजी महाराज का नाम लेकर ताँती (धागा) बाधने मात्र से सांप का जहर नहीं चढ़ता है । वर्षभर में केवल एक बार तेजा दशमी के दिन मंदिर में यह ताँती तोड़ी जाती है । अपनी इसी मन्नत को उतारने और दर्शन वंदन के लिए पुरे क्षेत्र से हजारों लोग तेजा दशमी पर खवासा पहुंचे ।
अपनी सत्यता और वचन बद्धता के कारण पूजनीय तेजाजी महाराज के नाम लेकर बाँधे गए धागे मात्र से ही जहर का न चढ़ना अपने आप में बहुत बड़ा चमत्कार है जिसके प्रति लोगों के मन में अगाध श्रद्धा है ।
मेले जैसा माहौल
यूँ तो पुरे जिलेभर में प्रसिद्द खवासा का मेला अपनी पहचान खो चूका है किन्तु दशमी पर बड़ी संख्या में आने वाले लोगों के कारण इस दिन भी मेले जैसा ही माहौल निर्मित हो जाता है । बाहर से आने वाले व्यापारी खान-पान, मनोरंजन, मनिहारी आदि सामानों की दुकाने लगाते है जिनसे ग्रामीण भी जमकर खरीददारी करते है । प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी दस हजार से अधिक लोग दशमी पर खवासा पहुंचे ।