भ्रष्टाचार की खुली पोल : नवनिर्मित पद्मावती नाले की दीवार ढही, ठेकेदार-इंजीनियर की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में

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रितेश गुप्ता, थांदला
नगर में बीती रात से हो रही बारिश ने नाला निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की पोल खोल दी। नगर मे पद्मावती तट पर मस्जिद के समीप तकरीबन एक वर्ष पूर्व नाला निर्माण किया गया था, जिसकी पूरी दीवार आज ढह गई। रहवासियों का कहना है कि आज सुबह नाले की दीवार ढह गई जिसमें सपोर्ट के लिए लगने वाले सरियों का उपयोग नहीं किया गया जिस कारण नाला ज्यादा समय टिक नहीं पाया। अब सवाल उठता है नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर क्या नगर परिषद के कांटिजेंसी पर चल रहे इंजीनियर को निर्माण मे उपयोग की जाने वाली सामग्री का ज्ञान तक नहीं था, ऐसे में नवनिर्मित नाला की गुणवत्ता आसानी से समझी जा सकती है। सवाल यह है कि क्या ठेकेदार के द्वारा किए जा रहे कार्य की निगरानी न करते हुए सिर्फ कामचलाऊ कार्य करवाय़े जा रहे। रहवासियों का यह भी कहना है कि गुणवत्ताविहीन कार्य कर करोड़ों की लागत से निर्माण किए गए। इस नाले में घटिया सामग्री का प्रयोग कर जमकर भ्रष्टाचार किया गया है जिस कारण ये नाले की दीवार एक वर्ष भी नहीं टीक पाई। अब देखना यह है कि नगर परिषद नाला निर्माण करने वाली ठेकेदार कंपनी आदर्श ट्रेडर्स पर कोई कार्रवाई करती हैं या नहीं।

विद्युत पोल भी गिर सकता है –
हाल ही नाला निर्माण किया गया था जिसके बाद मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कपंनी लिमिटेड के कर्मचारियों ने पोल व डीपी लगाई है। नाले के समीप लगे बिजली के पोल की नींव से मिट्टी हट जाने से रहवासियों को विद्युत पोल गिरने व बड़ी दुर्घटना का भय बना हुआ है।
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आमना बी रहवासी- सुबह ये नाले की दीवार गिर गई थी अभी तक नगर परिषद से कोई आया भी नहीं देखने, एक साल भी नहीं हुआ नाला बने हुएए सरिये भी नही डाले नगर परिषद ने इसलिए नाले निर्माण की दिवार आज ढह गई।

इस मामले में जिम्मेदार नहीं नहीं किया मोबाइल रिसीव-
सीएमओ अशोक चौहान जब इस मामले में उनका वर्जन झाबुआ लाइव ने जानना चाहा तो उन्होंने मोबाइल रिसीव करना भी उचित नहीं समझा।

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