मयंक विश्वकर्मा, आम्बुआ
चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ आज 6 अप्रैल घटस्थापना के साथ किया गया आज ही हिंदू पंचांग का नववर्ष गुड़ी पड़वा संवत्सर भी मनाया गया। जैसा की विदित है हिंदू समाज का नया वर्ष जिसे पंचांग के अनुसार संवत्सर यानी कि गुड़ी पड़वा भी कहा जाता है । आज धूमधाम से मनाया गया इस दिन पूरन पूड़ी का महत्व महाराष्ट्रीयन परिवारों के साथ साथ अन्य परिवारों में भी रहता है चने की दाल की मीठी नमकीन भरी हुई पूड़ी या पराठे का भोग लगाया जाता है तथा वही खाया और खिला जाता है सुबह भगवान भास्कर (सूर्य) को अध्र्य (जल चढ़ाना) दिया। आज ही चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ घरों तथा मंदिरों में घट स्थापना कर किया गया 9 दिनों तक शक्ति स्वरूपा नव दुर्गाओं का विभिन्न नामों से पूजा-अर्चना एवं उपवास किए जाएंगे आंबुआ में हथिनेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में स्थित तथा टेकरी वाली अंबे माता मंदिर पर 9 दिनों तक विशेष पूजा-अर्चना एवं आरती की जाएगी तथा श्री राम नवमी पर हवन का आयोजन किया जाना है।
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