रात में घर के बाहर पड़ी बाइक को पुलिस उठा लाई थाने,मालिक बाइक छुड़ाने गया तो टीआई बोली पुलिस तुम्हारे बाप की नोकर है
लवेश स्वर्णकार/ पन्नालाल पाटीदार, रायपुरिया
रायपुरिया थाने पर पदस्थ थाना प्रभारी कौशल्या चौहान अपने गैर जिम्मेदाराना बयान के लिए चर्चित रहती है । ग्राम में पूर्व में हुई चोरियों पर एक बार बौखलाहट में दुकानों के पीछे करंट लगा दो जैसे गैर जिम्मेदाराना बयान बोल करचर्चा में रह चुकी है । बताने वाले बताते है थाने पर आने वाले फरियादियों से भी सीधे तरीके से बात नही की जाती जिसके चलते पुलिस और आमजनता में मित्रता वाली बात पर प्रश्न चिन्ह लगते नजर आ रहे है पुलिस द्वारा अशोभनीय व्यवहार करने से आम जन भी पुलिस के पास जाने से भी कतराता है । सोमवार दोपहर इसका एक उदाहरण भी सामने आया । दरअसल रायपुरिया के मुख्य मार्ग पर होंडा शोरूम के ऊपर प्रभुलाल सिंगाड किराए से रहता है उसने रविवार रात अपनी मोटरसाइकिल क्रमांक को ग्राम की आन्तरिक सड़क जहा रात में कोई ट्रैफिक नही होता सड़क किनारे खड़ा किया था । सुबह उसकी बाइक वहां नही दिखी तो उसने इधर उधर तलाश की इस बीच दोपहर में उसे यह बता चंला की उसकी बाइक को रात में पुलिस थाने ले गई है। जब प्रभुलाल थाने गया तब उसे कहा गया कि उसकी बाइक लावारिस हालात में पड़ी थी इसलिए पुलिस उठा लाई। पुलिस ने उसे वाहन के कागजाद लाने को कहा । प्रभुलाल जब थाने पर कागजात लेकर पहुचा तो उसे थाना प्रभारी के कक्ष में जाने को कहा गया वहां थाना प्रभारी ने प्रभुलाल से इस तरीके से व्यवहार किया जैसे वो एक बड़ा अपराधी हो । अपने गैर जिम्मेदाराना बोल से चर्चा में रही टी आई कौशल्या चौहान ने प्रभुलाल से आग बबूला होते हुवे कह दिया कि क्या पुलिस तुम्हारे बाप की नोकर है ? तुम्हारे घर पर क्या पुलिस तैनात करवा दु जैसे बोल बोलकर प्रभुलाल को खूब जलील किया गया प्रभुलाल ने कहा कि मैने ऐसा क्यों सा अपराध कर दिया जिसके लिए उसे इस तरह के अभद्र बोल कहे गए । उसकी गलती इतनी थी कि वो अपनी बाइक को अपने घर के आगे लॉक किए बिना घर के बाहर खड़ा कर दिया। पुलिस ने प्रभुलाल का 250 रुपये का चालान भी काट दिया ।
सवाल यह है कि क्या एक महिला टीआई को इस तरह की भाषा बोलना ओर एक मामूली सी गलती के लिए इस तरह जलील करना उन्हें शोभा देता है ?
इनका कहना है-
थाना प्रभारी कौशल्या चौहान का कहना है कि पुलिस तुम्हारे बाप की नोकर है ऐसा नही कहा मेने पुलिस तुम्हारी नोकर नही है ये बोला है ।
इस तरह की भाषा का उपयोग करना गलत है ओर अच्छा नही है एसडीओपी स्टेला सुलिया पेटलावद ।
थाना प्रभारी कौशल्या चौहान का कहना है कि पुलिस तुम्हारे बाप की नोकर है ऐसा नही कहा मेने पुलिस तुम्हारी नोकर नही है।
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