काका से विवाद के बाद युवक बलवंत ने की आत्महत्या, सुसाइट नोट में लिखी आत्महत्या की यह वजह

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भूपेंद्र बरमंडलिया, मेघनगर

( बलवंत द्वारा लिखा गया सुसाइट नोट)

जिले के मेघनगर ब्लाक के ग्राम नयागांव जागीर में रहने वाला बलवन्त खसावत जमीन विवाद को लेकर अपने काका से जमीन विवाद को लेकर मानसिक परेशानी के बाद शुक्रवार को आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के पूर्व बलवन्त ने एक सुसाईट नोट लिखा जिसमे सारी बातो का जिक्र किया गया कि काका द्वारा आए दिन विवाद और मारपीट करने की वजय से में आत्महत्या कर रहा हूं। बलवन्त खसावत अभी वर्तमान में झाबुआ कोतवाली थाना क्षेत्र के विजय टाकीज के पास किराये के मकान में रहता था। बलवन्त खसावत ने जहरीली दवा पीककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतक के पास एक सुसाइट नोट भी पुलिस को मिला है। उसके ननियाल पक्ष द्वारा युवक के काका भवरसिंह और रमन मंत्री द्वारा युवक को प्रताडि़त करने और उसके साथ मारपीट करने का आरोप लगाया है जिसकी वजय से बलवन्त ने आत्महत्या की। बलवंत के परिजनों ने यह भी बताया की बलवन्त के माता-पिता का बचपन में ही निधन हो गया था। बजपन में अपने नाना गुमानसिंह कटारा के पास ही रहता था जब शादी करवाने के बाद समाज की पंचायत बुलाकर और नयागांव जागीर में जो जमीन व घर था उसे समाज द्वारा बंटवारा कर बलवन्त को दिलवा दी थी। बलवन्त अपनी पत्नी के साथ विगत कई वर्षो से खेती कर रहा था। मगर रमन और भंवरसिंह द्वारा बलवन्त के साथ मारपीट कर जमीन एव मकान पर अपना कब्जा कर लिया था जिसकी शिकायत मेघनगर तहसीलदार व पटवारी को आवेदन के माध्यम से की गई थी, मगर मृतक की सुनवाई नहीं। जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया और इसके बाद से ही बलवंत परेशान रहने लगा।
अक्सर होती थी युवक से मारपीट
पिछले वर्ष 26 अगस्त को मृतक बलवन्त के साथ मारपीट की गई थी और उसकी बोई हुई खेत में खड़ी फसले भी आरोपियों द्वारा पूरी तरह से नष्ट कर दी थी। उसके बाद से ननियाल पक्ष बलवन्त को हक दिलाने के लिए मेघनगर तहसील के चक्कर काट रहे थे और कई आवेदन राजस्व विभाग को दिए गए। मगर राजस्व विभाग की उदासीनता के चलते विरोधी पक्ष के हौसले और बुलंद थे। जिसका नतीजा आज बलवन्त को अपनी जिन्दंगी से दुनिया को अलविदा करना पड़ा अब सबसे बड़ा सवाल ये हे की ऐसे जाने कितने बलवन्त होंगे जो राजस्व विभाग के चक्कर लगाते है मगर उन्हें न्याय नही मिलता। इसके बाद जहरीली दवा पीकर बलवंत हमेशा के लिए दुनिया छोड़ गया। युवक की आत्महत्या के बाद प्रशासनिक अधिकारियों-कर्मचारियों की उदासीन कार्यप्रणाली भी सामने आ गई है कि वे बिना कुछ लेन-देन के कोई भी कार्य नहीं करते हैं। खासकर राजस्व विभाग में तो ऐसा ही चल रहा है। परिजनों द्वारा इस बात की शिकायत झाबुआ कोतवाली में की है ।
परिजनों ने मांगा इंसाफ-प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ की नारेबाजी
परिजन द्वारा मृतक के शव को तहसील कार्यलय मेघनगर में रखकर मृतक बलवन्त के लिए इंसाफ मांगने लगे और तहसीदार व पटवारी नटवर घोती के खिलाब नारेबाजी करने लगे और कहने लगे की नटवर घोती पटवारी मृतक से हमेशा कभी एक हजार तो कभी 5 हजार रुपए की मांग करता था। वहीं इस संबंध में झाबुआ पुलिस ने बताया है की मृतक के पास से विवाद को लेकर आत्महत्या किये जाने संबंधित एक सुसाइट नोट भी मिला है। पुलिस द्वारा मर्ग कायम कर जांच कर रही है की युवक की आत्महत्या की असल वजह क्या है…?

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