ALIRAJPUR LIVE के लिए पियुष चन्देल की रिपोर्ट–
आलीराजपुर थाना क्षेत्रान्तर्गत सूचनाकर्ता भुवान सिहं बामनिया ने आलीराजपुर थाने पर बताया कि उसका पोता यश बामनिया पिता शंकर बामनिया उम्र 7 वर्ष निवासी दीपा की चौकी 12:30 बजे घर के आंगन मे अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था। कुछ समय बाद पता चला कि उसका पोता यश ऊर्फ बिट्टू घर पर नहीं है जिसे आसपास तलाश करने पर कहीं पता नहीं चला।
उक्त घटना पर थाना आलीराजपुर ने प्रकरण पंजीबद्ध कर पतारसी हेतू थाना प्रभारी आलीराजपुर निरिक्षक दिनेश सोलंकी के नेतृत्व में सउनि धर्मेंद्र सोमवंशी प्रआर नरेन्द्र की टीम गठित की। गठित टीम को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई, जिस पर घटनास्थल का निरिक्षण व घर से मिले महत्वपूर्ण सुराग से पुलिस टीम द्वारा डही व कुक्षी क्षेत्र मे घेरा बंदी की गई व अपहृत बालक व आरोपी कुलदीप व अन्य साथी करण पिता भगतसिंह नि. काजवानी डही, भगतसिंह पिता नानसिंह नि. काजवानी डही व रविन्द्र पिता भावसिंह नि. सस्तियापुरा को पकडने मे सफलता प्राप्त हुई। प्रकरण में संलिप्त 04 आरोपियों में से 3 आरोपी पूलिस की गिरफ्त मे है, कुलदीप, करण व भगतसिंह। रविन्द्र मौके से फरार है, जिसके लिये टीम भेजी गई हैं। आरोपीगण अपहृत बालक को कहीं बाहर अन्यत्र स्थान पर ले जाने की तैयारी में थे, तभी पुलिस टीम के द्वारा आरोपीगण को पकड लिया गया। प्रकरण मे मुख्य आरोपी कुलदीप पिता माधु भीण्डे नि. ताडफलिया सेमलपाटी आलीराजपुर था, जिसने उक्त घटना की योजना तैयार की थी।उक्त प्रकरण मे अज्ञात आरोपी की धरपकड एवं अपहृत बालक की दस्तयाबी हेतू अतिरिक्त महानिदेशक महोदय इन्दौर झोन इन्दौर द्वारा 30,000/- ईनाम देने की घोषणा की गई। प्रकरण की दस्तयाबी मे आलीराजपुर पुलिस टीम के निरिक्षक दिनेश सोलंकी, उनि ईश्वर, सउनि धर्मेंद्र सोमवंशी, प्रआर नरेंद्र थाना प्रभारी डही, उनि विजय वास्कले एवं इन्दौर पुलिस टीम का सराहनीय योगदान रहा है।