5 दिनी प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में कलशयात्रा निकाली, सभी धर्मों ने नगर में पुष्पवर्षा से किया भव्य स्वागत
झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-
रविदास समाज द्वारा नगर मे भव्य कलश यात्रा के साथ पांच दिवसीय राम जानकी मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की विधिवत शुरूवात हुई । प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के शुभारभ अवसर पर स्थानीय हनुमान मंदिर बावडी से सिर पर कलशयात्रा कर रंगीन चुनरी पहनी सैकडो महिलाए शोभायात्रा मे शामिल महीलाए, धर्म ध्वजा लिये अष्वारोही, बग्घी व बग्घी पर विराजमान संत-महंत, पुष्पों की वर्षा कर रही तोप,ढोल ताशे आदि शोभा यात्रा के प्रमुख आकर्षण रहे। षोभायात्रा अष्ट हनुमान मंदीर बावड़ी से प्रारंभ होकर , अम्बे माता मंदीर चैराहा, आजाद चोक, शाहजी चैराहा, गांधी चोक ,कुम्हार वाड़ा चैराहा, होते हुए रघुनंदन मार्ग स्थित यज्ञ षाला परिसर पहुची । षोभायात्रा मे बघ्घी पर पीपलखुटा सिद्धपीठ के महंत श्री दयारामदासजी , हनुमान मंदिर बावडी के महंत गोपालदासजी , मंहत चितामणी , स्वामी हरिहरानंद सवार थे वही भगवान श्रीराम जानकी आकर्षक रूप से तैयार किये गये रथ मे विराजित थे एक अन्य बघ्घी मे संत रविदासजी की प्रतिमा को यजमान मांगीलाल यादव सपत्नीक चंवर ढुलाते चल रहे थे । षोभायात्रा का नगर मे विभन्न स्थानो पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया वही साप्रदायिक सदभाव का परिचय देते हुवे गांधीचैक मे पार्षद अफसाना बी षेख के नेेतृत्व मे समाजजनो ने यात्रा का स्वागत किया । षोभायात्रा मे समाजजनों के अलावा क्षैत्रीय विधायक कलसिंह भाबर , जिला सहकारी केन्द्रीय बैक अध्यक्ष गोरसिंह वसुनिया , पूर्व विधायक वीरसिंह भूरीया , परिषद अध्यक्ष बंटी डामर , उपाध्यक्ष मनीष बघेल , विष्वास सोनी पार्षद संदीप उपाध्याय ,गजेन्द्र चैहान, जनपद अध्यक्ष गेदाल डामोर , कालुसिंह नलवाया ,समाज सेवी व वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाष भटट , मूर्ति प्रदाता व आयोजन समिति अध्यक्ष बाबुलाल धमानिया , भूराभाई बामनीया , षिवजी वर्मा , चिराग घोडावत , राजेष वसुनिया , गणराज आचार्य , कादर षेख , डायाभाई धानक, धनराज वाघेला , लक्ष्मणसिह नायक , कृष्णकांत सोलंकी, नीरज सोलंकी ,पंकज बहुूूगुणा , राजेष परमार राजगढ, हेमराज सोनार्थी , हेमचंद डामेषा, कनु डामेषा राजु धानक सहित बडी संख्या मे समाजजन उपस्थित थे । षोभायात्रा मे धर्मध्वजा लेकर घोडी पर भेरूलाल वाघेला , राजेष सोनार्थी मनीष वाघेला षामिल थे । समारोह स्थल पर कलषयात्रा पहुचने पर यात्रा धर्म सभा में परिवर्तीत हो गई जिसमें पीपलखुटा सिद्धपीठ के महंत श्री दयारामदासजी द्वारा परिवार एवं समाज से जुडे विषयों पर प्रवचन दिये। हेमाद्रि पूजन के साथ विधिवत ग्यारह कुण्डीय यज्ञ व पांच दिवसीय धामिक अनुष्ठान पं तरूण द्विवेदी के मार्गदर्षन मे प्रांरभ हुआ ।