चेक बाउंस मामला : मास्टर मांइड सोहन मेहता के खिलाफ 25 ग्रामीणों ने लाखों की ठगी के सौंपे प्रमाण
झाबुआ लाइव से दिनेश वर्मा की एक्सक्लूसिव की रिपोर्ट-
सोहनलाल मेहता बमका तीन दिन पूर्व पुलिस ने रतलाम से चेक बाउंस के तीन मामलों में पकड़ा था, वह पिछले 6 माह से फरार था जिसके बाद शनिवार को पुन: 25 लोगों ने उसके खिलाफ धोखाधड़ी से 23 लाख रूपए हड़पने का आरोप लगाया, जिसमें उसके पुत्र और पत्नी की मिलीभगत होने के प्रमाण है। वाहन फाइनेंस कर सरकारी विभाग में लगाने के नाम पर पैसे लिए, ग्रामीणों ने एकत्रित होकर शनिवार को पुलिस को आवेदन पत्र दिया।
क्या है आरोप-
अलग अलग गांव के 25 लोगों ने एकत्रित होकर एक आवेदन पेटलावद थाने पर दिया, जिसमें उन्होंने बताया कि सोहनलाल मेहता और उसके पुत्र शुभम मेहता ने महिंद्रा कंपनी से गाड़ी फाइनेंस करवाने और गाड़ी को सरकारी विभाग में अटैच करवाने के नाम पर लाखों रूपए लिए। ग्रामीणों ने बताया कि हमारे द्वारा एक वर्ष पूर्व पैसा दिया गया था। हमारे द्वारा अलग अलग तारीख में पैसा दिया गया। हमारे द्वारा पूछने पर की गाड़ी कब फाइनेंस होगी। हमें आश्वासन दिया गया की जल्द की कार्रवाई होगी।
यह हुए शिकार-
राकेश ताहेड़ से 1 लाख 25 हजार, रायसिंह से 2 लाख 50 हजार, मनिया से 2 लाख 50 हजार, वालचंद्र से 70 हजार, बहादुर से 1 लाख , कमलेश से 70 हजार, पानसिंह से 70 हजार, हिमराज से 80 हजार, मुन्ना से 70 हजार, तेरसिंह से 70 हजार, वेस्ता से 75 हजार, परतु से 70 हजार, लिमजी से 60 हजार, नेवजी से 80 हजार, भेरिया से 80 हजार, वालिया से 60 हजार, वेजा डामोर से 1 लाख, जुलियेश से 1 लाख, कालिया हिहोर से 80 हजार, रणछोड़ से 70 हजार, बहादुर फुटतालाब से 80 हजार, गोपाल गंगाराम से 80 हजार, श्याम लाल से 80 हजार और पवन से 1 लाख रूपए लिए। इस प्रकार 25 लोगों से 22 लाख 85 हजार रूपए वाहन फाइनेंस करवाने के नाम पर ले लिए किंतु आज तक वाहन फाइनेंस नहीं हुआ। ग्रामीण गोपाल पुरा, झोंसर, पिटोल, फुटतालाब, नौगांवा, देवीगढ़ आदि जगहों के हैं।
गाड़ी अटैचमेंट का नकली एग्रीमेंट भी दिया-
इसके साथ ही रायसिंग पिता वालचंद्र खपेड़ को महानगर पालिका नगर निगर इंदउर में महिंद्रा वाहन अनुबंध करवाने का अनुबंध पत्र भी दिया। वालिया पिता मानसिंह देवल, मानिया परमार,बंदु सिंह दलसिंह, को महानगर पालिका निगम भोपाल में वाहन अटैचमेंट का अनुबंध पत्र दिया। वहीं मनिया बिजिया, सुनील डामोर,बंटूसिंह को पटवा अभिकरण से वाहन फाइनेंस करवाने की रसीद दी गई। इसके अलावा बाकी लोगों को कहा गया की जल्द ही आपकी रसीद व अनुबंध के कागज आ जाएंगे। इस प्रकार पिता पुत्र ने नकली अनुबंध पत्र और रसीद नकली सील साइन करके ग्रामीणों को दे दी। ग्रामीणों ने जब इस संबंध में कंपनी और सरकारी विभाग में पता किया तो न तो कोई फाइनेंस की कार्रवाई की गई है न ही किसी प्रकार का वाहन अटैच किया गया है जो भी कागज पिता पुत्र ने दिए है सब नकली है। वे सारे पैसे हड़प गए है।
सोयाबीन खरीद कर बेच दिया-
यहां तक ही ठगने का सिलसिला यहीं नहीं ठहरा। लालचंद्र परमार से 1 लाख रूपए का सोयाबीन खरीद जिसमें सोहनलाल मेहता की पत्नी किरण मेहता भी शामिल है। किरण मेहता ने ग्रामीण से कहा कि आपको मेरे खाते का चेक देते है। बैंक ऑफ इंडिया शाखा पेटलावद के खाता 88581011000144 का चेक 45701350 दिया गया। राशि एक लाख रूपए का चेक दिया। लालचंद्र ने जब बैंक में चेक लगाया तो राशि नहीं होने से चेक रिटर्न हो गया, जिसके बाद ग्रामीणों ने अपने पैसे व वाहन लेने के लिए लगातार संपर्क किया किंतु ये लोग पेटलावद छोडक़र ही भाग गए, जिसके बाद ग्रामीणों को जानकारी मिली कि सोहन लाल को पुलिस ने पकड़ा है। इसलिए ग्रामीण शनिवार कोपेटलावद थाने पर अपनी भी रिपङ्क्षर्ट दर्ज करवाने पहुंचे.
ऐसे आया मामला बाहर.
गौरतलब है कि उक्त पूरे ठगी के मामले का मास्टर मांइड सोहन मेहता को चेक के मामले में पेटलावद न्यायालय से 12 अक्टूबर को जेल भेजा गया था। सोहन द्वारा जमानत हेतु झाबुआ न्यायालय में आवेदन लगाया किंतु न्यायालय द्वारा पूर्ण चेक राशि की 50 प्रतिशत राशि न्यायालय में जमा कराने का आदेश दिया था और सोहन के पास न्यायालय में जमा कराने की राशि नहीं है। इसी क्रम में आज पेटलावद न्यायालय में आरोपी को पेशी हेतु लाया गया था जिसे 23 अक्टूबर तक जेल भेज दिया गया जहां पर सभी पीडि़तों ने न्यायालय परिसर में सोहन को घेर लिया और पूरा मामला प्रकाश में आया है। वहीं प्रत्यशदर्शियों के अनुसार उक्त पूरा ठगी का मामला लगभग 50 लाख से 1 करोड़ के बीच का हो सकता है क्योंकि कुछ और दावेदार रूपए मांगने के लिए सामने आ रहे है? वहीं सोहन पर जमीन की खरीद फरोख्त करने के मामले में भी धोखाधड़ी करने के मामले सामने आ रहे है। इस संबंध में टीआई लोकेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि ग्रामीणों का आवेदन प्राप्त हुआ है? हम मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे?