आर्यवीर दल व्यक्तित्व निर्माण शिविर में हैरतअंगेज प्रदर्शन देख अभिभूत हुए अतिथि

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झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-
संस्था महर्षि दयानन्द सेवाश्रम थांदला में आर्यवीर दल व्यक्ति निर्माण शिविर का समापन समारोह सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की भव्यता एवं प्रदर्शन से उपस्थित गणमान्य मन्त्रमुग्ध हो गए। शिविरार्थी नन्हें.नन्हें आर्यवीरों के प्राकट्य कार्यक्रम से पूरा स्थल करतल ध्वनि से गूंजायमान रहा। बांसवाड़ा से आए आचार्य पुष्पेन्द्र कुमार ने तीरंदाजी में हैरतंगेज प्रदर्शन किया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि भ्राता नरेन्द्र नारंग आर्य समाज दिल्ली रहे। अध्यक्षता विधायक कलसिंह भाबर द्वारा की गई। विशेष अतिथि नगर पंचायत अध्यक्ष बंटी डामोर अनुविभागीय अधिकारी सत्यनारायण दर्रो भारत स्वाभिमान मप्र के संगठन मंत्री इन्द्रपाल मलिक रहे। इस साप्ताहिक शिविर में थांदला जनपद, मेघनगर जनपद, कुशलगढ़ जनपद एवं पेटलावद जनपद के 200 आर्यवीर एवं आर्य वीरांगनाओं ने हिस्सा लिया। शिविर में योगासन, प्राणायाम, मार्शल आर्ट, लाठीचालन, भाला चालन एवं तलवारबाजी के गुर शिविरार्थियों को गुरुकुलीय परम्परा अनुसार वैदिक पद्धति से यज्ञ आदि कर प्रतिदिवस शिविर का शुभारम्भ प्रात: 4.30 बजे से आरम्भ होकर रात्रि 9 बजे तक व्यायाम, योगासन एवं बौद्धिक के माध्यम से शिविरार्थियों के व्यक्तित्व निर्माण हेतु विशेष प्रशिक्षण दिया गया। जिससे ये शिविरार्थी समाज एवं राष्ट्र की सेवा के साथ.साथ समाज में व्याप्त बुराइयों, कुरीतियों को समाप्त करने के साथ-साथ समाज में नवीन ऊर्जा का संचार करने का कार्य करेंगे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नरेन्द्र नारंग ने शिविर की भव्यता एवं प्रदर्शन की सराहना करते हुए संस्था संचालकों का साधुवाद किया एवं आगामी दिनों में ऐसा ही शिविर और व्यापक स्तर पर लगाने हेतु आह्वान किया। संस्था में ऐसे रचनात्मक कार्यों के माध्यम से सेवा प्रकल्पों को आगे बढ़ाना सराहनीय है। यह कार्य महर्षि दयानन्द सेवाश्रम कर रहा है। अध्यक्षीय उद्बोधन में विधायक भाबर ने कहा कि संस्था द्वारा चलाई जा रही गतिविधियां निश्चित ही क्षेत्र में हमारी युवा पीढ़ी को संस्कारवान बनाने में आधार स्तंभ का कार्य करेगी। यह वनवासी अंचल सुसंस्कारों से परिपूर्ण हो इस हेतु संस्था कार्य करती रहे। मेरा पूर्ण सहयोग आपको मिलता रहेगा। भाभर ने आर्यवीरों ने प्रदर्शन को देखकर कहा कि मुझे मेरा बचपन याद आ गया है। हम लोग भी ग्रामीण क्षेत्रों में इसी प्रकार से व्यायाम एवं खेल गतिविधियों को चलाकर साथियों एवं युवाओं में जोश भरने का कार्य किया करते थे। विशेष अतिथि अनुविभागीय अधिकारी थांदला ने शिविर के गतिविधियों से प्रभावित होकर संस्था को धन्यवाद दिया और कहा कि ऐसे शिविरों में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले भावी युवा निश्चित ही अपने व्यक्तित्व का निर्माण करेंगे एवं संस्कारों के माध्यम से समाज एवं राष्ट्र की सेवा करेंगे। संस्था संचालक आचार्य दयासागर द्वारा बताया गया कि 7 दिवस तक चले इस आवासीय व्यक्तित्व विकास शिविर में शिविरार्थियों ने इतने अल्प समय में इन कौशलों को सीखा है एवं सभी क्रियाओं को आप लोगों के सामने प्रदर्शित किया है। शिविर के माध्यम से इन आर्यवीर एवं आर्य वीरांगनाओं ने जो कुछ पाया है वह हमारे संस्कार एवं संस्कृति है। इन्होंने सेवाश्रम के पूर्व छात्रों, शिविरार्थियों, उपस्थित पालकगणों एवं दूर-दूर से आए ग्रामीणों व सेवाश्रम के समस्त कार्यकर्ताओं को बाल विवाह नहीं करने का संकल्प दिलवाया एवं समाज में जागृति पैदा करने का आहृवान किया जिससे यह कुरीति से हमारा वनांचल मुक्त हो सके। संस्था अध्यक्ष विश्वास सोनी ने इस सफल आयोजन में सहयोग करने वाले विजय सिंह राठौर, भूरसिंह भूरिया, कैलाश सेहलोत, डॉ. कमल डामोर, रुसमल चरपोटा, आचार्य विश्वामित्र एवं सभी सहयोगियों का धन्यवाद किया। समापन समारोह में रतलाम से भगवानदास अग्रवाल उपप्रधान मप्र आर्यप्रतिनिधि सभा भोपाल, मंडी अध्यक्ष प्रकाश भगोरा, राजेन्द्र गुप्ता, डा.कमल डामोर, झाबुआ से रोटरेक्ट जयेन्द्र बैरागी, पतंजलि योग समिति के पदाधिकारीगण जिला योगाचार्य विश्वामित्र पतंजलि योग समिति झााबुआ, मेघनगर से संगीता निनामा, भूरसिंह भूरियाए, खवासा से हीरालाल जाट, कैलाश खेर, बामनिया से धर्मवीर शास्त्री संस्था के वरिष्ठ सदस्य हंसमुखलाल सोनी, भीमसिंह आर्य, खेमाजी आर्य, ओमप्रकाश भट्ट, अशोक अरोड़ा, विजयसिंह राठौर, बांसवाड़ा से जीववर्धन शास्त्री, पुष्पेन्द्र शास्त्री कुशलगढ़ से जीतमल पणदा ब्लॉक शिक्षा अधिकारीए भरत नगर से नवीनलाल शाह, नगर पंचायत नेता प्रतिपक्ष लक्ष्मण राठौड़, पार्षद आनंद चौहान, पीटर बबेरिया, अजब बेन पटवारी, गजेन्द्र चौहान, कार्यकारिणी सदस्य जगमोहन सिंह राठौर, डॉ. ओमप्रकाश बजाज, किशोर आचार्य, यतीश छिपानी, पत्रकार धवल अरोड़ा, रितेश गुप्ता, चंदू प्रेमी पवन नाहर एवं वनवासी क्षेत्रों से सैकड़ों पालकगण संस्था के पूर्व छात्र झाबुआ, बांसवाड़ा एवं रतलाम जिले के संस्था के गतिविधियों में संलग्न सेवाश्रम के आर्य सेवक शामिल हुए। कार्यक्रम का सफल संचालन आचार्य दयासागर ने किया एवं संस्था उपाध्यक्ष ओमप्रकाश भट्ट द्वारा आभार माना।

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