झाबुआ लाइव के लिए दिनेश वर्मा की रिपोर्ट –
झाबुआ डीआरपी लाइन स्थित पुलिस विभाग के शासकीय कुएं में आज एक बकरे की जान पर बन आई। कुत्तों द्वारा पीछा करने के दौरान घबराया एक बकरा इस कुएं में जा गिरा और फिर शुरु हुआ उसके जीवन और मौत का खेल, लेकिन कहावत है जाको रखे साईंया मार सके न कोय। इस कहावत के अनुसार इस की जान बचनेे के लिए वहां से गुजर रहे पुलिस के दो जवान जितेंद्र गोहिल व रमेश कनेश आ गए और कुएं में उतरकर डूबने से बचने का प्रयास कर रहे बकरे को बचने की कोशिश करने लगे। इसी बीच पास ही में काम कर रहे दो श्रमिक दिलीप खडिया व राकेश खडिया भी पुलिस के दो जवानों की मदद के लिए कुएं में उतरे और कड़ी मशक्कत के बाद रस्सियों से बांधकर बकरे को सुरक्षित ऊपर निकालकर बचा लिया गया।
घटना के बाद सतर्कता की जरुरत
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान प्रत्यक्षदर्शी भी यहां मौजूद थे उन्होंने चारों युवकों के इस साहसिक जीवदया के काम की प्रशंसा की। साथ ही यह भी कहा कि कुआं जब पेयजल के लिए उपयोग में नहीं आ रहा है तो इसे बंद कर देना चाहिए। अशोक यादव कहते है कि यहां गोमाता भी आसपास विचरण करती हैं अगर वह इस कुएं में गिर जाए तो मुश्किल हो जाएगी।
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