भेरूघाट चढ़ाई के दौरान ट्राले का बैलेंस बिगड़ा रोड के बीचोबीच हुआ खड़ा, 16 घंटे से मार्ग अवरुद्ध

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– स्टेट हाईवे बंद होने से मुख्य मार्ग पर इस प्रकार ट्रक व अन्य वाहनों की लंबी लाईन लगी.

झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
स्टेट हाईवे 18 पर पेटलावद थांदला के मध्य एक ट्राला भेरूघाट पर चढ़ाई करते वक्त रिवर्स हो गया और मुख्य मार्ग पर पलट गया, जिससे बुधवार गुरूवार रात्रि दरमियान 2 बजे से मुख्य मार्ग पर जाम लगा हुआ है। वाहनों की दो किमी लंबी कतार लग गई। कई वाहन सूचना मिलने पर रास्तें में होटल व ढाबों पर भी रुके और 16 घंटे बाद भी रास्ता चालू नहीं हो पाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गुजरात की ओर से हेवी मशीन ले कर उज्जैन की और जा रहा ट्राला भेरू घाट चढ़ते समय अधिक वजन के कारण रिवर्स लग गया और थोड़ी दूर जा कर रोड की साइड में उतर गया जिससे ट्राले का आधा हिस्सा मुख्य मार्ग पर आ गया जिस कारण मुख्य मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया। मुख्य मार्ग बंद होने से रोड के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारे लग गई। मुख्य रूप से थांदला की ओर से 2 किमी से अधिक दूरी तक बड़े वाहन ट्रक-टैंकर और ट्राले खड़े है। वहीं पेटलावद में सूचना मिलने में वाहनों को रायपुरिया होकर गंतव्य तक भेजा जा रहा है। इसके साथ ही छोटे वाहनों के लिए सुबह पुलिस बल ने पहुंचकर रास्ता एक तरफ से निकाला जिससे छोटे वाहनों का आवागमन सुबह से प्रारंभ हो सका है।
आखिर क्यों हुआ हादसा-
वाहन को घाटी चढऩे में परेशानी क्यो आई इस मामले पर जब वास्तविक स्थिति का पता लगाया गया तो देखा गया की भेरूघाट पर एक स्थानों पर सडक़ दुर्दशा का शिकार हो रही है जहां वाहनों को चढऩे में गड्ढो व बेतरतीब रोड के कारण काफी परेशानी होती है। रात्रि में जो घटना हुई है उसके पीछे में रोड खराब होना बताया जा रहा है. जिस कारण लोडिंग वाहनों का बैलेंस नहीं बन पाता है और गड्ढों के कारण उनकी गति प्रभावित होती है, जिसके चलते वे घाट नहीं चढ़ पाते है। भेरू घाट पर रोड को सुधारने के लिए पूर्व में भी कई बार शिकायत की गई किंतु प्रशासन और ईगल दीप कंपनी ने इस और कोई ध्यान नहीं दिया, जिस कारण गुरूवार को पिछले 16 घंटों से स्टेट हाईवे बंद है और कई लोगों को इसके चलते परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
नगर को क्रेन की दरकार
क्षेत्र में छोटी क्रेन व जेसीबी भी किंतु ट्राले में रखी मशीनरी का वजन इतना अधिक है कि जिसके लिए बड़ी क्रेन की आवश्यकता है। छोटी क्रेन की सहायता से गुरूवार को ट्राले को हटाने का प्रयास किया गया किंतु सफलता नहीं मिल पाई जिस के कारण 16 घंटे बाद भी ट्राले को मुख्य मार्ग से हटा नहीं पाए है जिसके लिए व्यवस्था की जा रही है और बड़ी क्रेन बुलवाकर वाहन को रास्ते से अलग करने के प्रयास किए जा रहे है। इस संबंध में टोल गेट के संचालखे इगलदीप कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि 60 टन का माल भर कर इस मार्ग से यह ट्राला निकल रहा है जबकि 40 टन से अधिक का लोड यह रोड नहीं झेल सकता है जिसके कारण यह हादसा हुआ है।

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