Trending
- झाबुआ जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष पद पर नटवर डोडियार विजयी
- स्कूटर खरीदने गए युवक के नाम पर 47,700 का फर्जी लोन निकला; युवक ने दो लाेगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई
- एसडीएम की बड़ी कार्रवाई, अव्यवस्था और जाम से आजाद हुआ बस स्टैंड, यात्रियों को मिलेगी ‘साफ, सुंदर और सुरक्षित’ सुविधा
- जनजाति गौरव दिवस पर मातृशक्ति सम्मेलन में बोले वक्ता- महिलाओं ने ही अपने पूर्वजों की रीति रिवाज को जीवित रखा
- युवक ने परिजनों से मांगे रुपये… नही दिए तो काट ली हाथ की नस
- मंत्री भूरिया के प्रयासों से जिले में 53.27 करोड़ की लागत के छात्रावासों के निर्माण की मिली प्रशासकीय स्वीकृति
- चोरों के हौसले बुलंद, कुएं में से फिर निकाल ले गए वाटर सप्लाई की मोटर
- उमरा के लिए रवाना हुए जायरीन, सुखद यात्रा की दी मुबारकबाद
- मावठे के साथ वर्षा ऋतु की बिदाई के संकेत, क्षेत्र में घना कोहरा छाया
- आम्बुआ के बिजासन माता मंदिर पर उत्साह से मनाया अन्नकूट महोत्सव
झाबुआ। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च के अवसर पर आज महिला सशक्तिकरण विभाग द्वारा सम्मान समारोह आयोजित किया गया। महिला दिवस के अवसर पर प्रभारी कलेक्टर अनुराग चौधरी कार्यक्रम में मौजूद थे और उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर अपने विचार रके। वही जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी प्रधान झाबुआ जिले में महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनुकरणीय माहौल है, यहां जिला एडिशनल एसपी से लेकर जिले की विधायक निर्मला भूरिया, जिले की जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया, सहायक आयुक्त शकुंतला डामोर, उप संचालक जनसंपर्क अनुराधा गहरवाल आदि ने अपने कर्तव्य के माध्यम से महिला सशक्तिकरण का उदाहरण प्रस्तुत किया है। प्रदेश के मंत्रिमंडल में भी महिला मंत्रीगणों ने प्रदेश के विकास में अहम भूमिका निभाई है। जिले में ग्राम पंचायतों में निर्वाचित हुई महिला सरपंचों को अपने पतियों पर आश्रित नहीं रहना पड़े और सतत अपने क्षेत्र के विकास में अपनी सक्रिय भूमिका निभा सके इसके लिए ऐसा वातावरण निर्मित किया जाए कि उन्हें अपने कर्तव्य एवं अधिकारों की जानकारी हो और वे सशक्त महिला की रूप में उभरकर सामने आए। वे ये समझ सके कि वह किसी भी स्तर पर पुरूषों से कम नहीं है और वह भी मुख्याधारा में आकर प्रदेश एवं अंचल के विकास में सहभागी हो सकती है। मध्यप्रदेश की सरकार के प्रयास से महिलाओं ने समाज के विकास में अपना सशक्त योगदान प्रदर्शित किया है। देश का संपूर्ण विकास महिलाओं के विकास के साथ ही संभव है। समाज के विकास के लिए पुरूष एवं महिला दोनो का समन्वित विकास जरूरी है।