स्व-चलित भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्शनी को देख अभिभूत हुए विद्यार्थी

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039 038अलीराजपुर लाइव के लिए खट्टाली से विजय मालवी की रिपोर्ट-
शासकीय कन्या हाईस्कूल व शासकीय उच्चत्तर माद्यमिक विद्यालय खट्टाली में राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल के सहयोग से भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्शनी का सफल आयोजन शुक्रवार को संपन्न हुआ। भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्शनी जो आंचलिक विज्ञान केंद्र भोपाल की इकाई है। जो मध्यप्रदेश में विज्ञान के प्रसार-प्रचार के लिए पिछले 20 वर्षो से कार्यरत है। विज्ञान के स्व-चालित प्रदर्शनी (मॉडल) बस में ही लगा हुआ है जिसमें विज्ञान मॉडल को देखो-करो और सीखो के सिद्धांत से बच्चों की भूमिका भी रहती हैं। प्रदर्शनी का अवलोकन कन्या हाईस्कूल एवं मीडिल स्कूल के करीब 400 छात्रों-छात्राओं ने किया। प्रदर्शनी प्रतिवर्ष शैक्षणिक सत्र में जुलाई से जनवरी तक भ्रमण पर निकलती है। जिसमे लक्ष्य रहता है दूर-दराज के गांवों कस्बों में एवं आदिवासी बहुल क्षेत्र में विज्ञान का प्रचार-प्रसार करना। इस बार केंद्र से 15 नवंबर से निकली यह विज्ञान प्रदर्शनी यात्रा अम्बाखेड़ी, आमखूंट, कठीवाड़ा, सेजवाड़ा, सोरवा एवं अलीराजपुर के और विभिन्न गांवों में जनवरी तक भ्रमण करके लौटेगी। विज्ञान प्रदर्शनी के साथ टीम के द्वारा चल चित्रो का एवं प्रायोगिक विज्ञान व्याख्यान का कार्यक्रम भी किया जाता है। इस कार्यक्रम का आदिवासी क्षेत्र में काफी आकर्षक है क्योंकि इस कार्यक्रम के द्वारा हमारी सूर्यमाला एवं उपग्रह की जानकारी के साथ चंद्रयान की सफलता की जानकारी मिलती है और विशेषता यह है कि इससे अंधविश्वास दूर होते है। भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्शनी राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद कोलकाता अंतर्गत पूरे देशभर में कार्य करती है, जो इस वर्ष अपना 50वां वर्ष पूरा किया है। स्थानीय शासकीय कन्या हाईस्कूल के मंचीय कार्यक्रम में संस्था के प्राचार्य दिलीप कनेश ने विज्ञान के आविष्कारों को करने के लिए छात्राओं को प्रोत्साहित किया तथा संस्था के विज्ञान शिक्षक प्रवीण साल्वी ने भी रोजमर्रा में विज्ञान का महत्व बताया। कार्यक्रम के आयोजन में स्टाफ के सदस्य सुशीला पटेल, प्राची लढ्ढा, उषा वाणी, बाबूराम प्रजापती तथा छात्राओं में रवीना राठौड़, रीना डुडवे, सीमा डावर का भी सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक विनोद परवाल तथा आभार प्रदर्शन रमेश गाडरिया द्वारा किया गया।

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