लोकेन्द्र चणोदिया की रिपोर्टः कहा जाता है कि राजनीति में कोई सगा नहीं होता है। चुनाव में जहां पूरी बीजेपी एकजुट होकर जीत के लिए जोर आजमाइश कर रही थी तो नतीजों के बाद अब अपने ही पराए हो गए है। जी हां यह रोचक मामला पेटलावद जनपद का है। यहां जनपद अध्यक्ष बीजेपी का ही बनेगा यह तो तय है लेकिन कौन बनेगा इसे लेकर पार्टी में दो फाड हो गए है। एक खेमे की नुमाइंदगी जिला अध्यक्ष कर रहे है तो दूसरा खेमा विधायक और सांसद बेटी निर्मला भूरिया के नाम पर दम भर रहा है।
दरअसल, यहां चुनाव से कांग्रेस पूरी तरह से बाहर थी लेकिन अब भाजपा की लड़ाई से वह भी अपने लिए संभावनाए तलाश रही है।
बीजेपी के लिए भी राह आसान नहीं है। जनपद अध्यक्ष को लेकर भाजपा में गुटबाजी चरम पर है और यहां भाजपा ही भाजपा के खिलाफ होती नजर आ रही है।
सूत्रों की माने तो दो गुट खुलकर सामने आए गए है। एक गुट विधायक निर्मला भूरिया का है तो दूसरा गुट जिला अध्यक्ष शैलेष दुबे का माना जा रहा है। विधायिका खेमे से मथुरि मुलचद निनामा का नाम सामने आ रहा हे तो जिला अध्यक्ष खेमे से सुशीला मोती खड़िया का नाम सामने आ रहा हे जो की विधायिका को खुली चुनौती देता नजर आ रहा है।
खैर पूरे मामले में पार्टी की और से कोई अधिकृत घोषणा नहीं की गई है। जिलाध्क्ष इस मामले को लेकर 1 से 2 दिन में घोषणा की बात कह रहे है, तो विधायिका का मोबाइल बंद आ रहा है।